30 स्टूडेंट्स ने तीन माह में किया अनोखा आविष्कार, इलेक्ट्रॉनिक कार्ट बना रचा इतिहास Chandigarh News
पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स ने एक अनोखा आविष्कार किया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स ने एक अनोखा आविष्कार किया है। यूआइईटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स के अलावा अन्य विभागों के करीब 30 स्टूडेंट्स की टीम ने तीन माह में इलेक्ट्रॉनिक कार्ट बनाकर तैयार किया है।
पीयू के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि स्टूडेंट्स ने कोई इलेक्ट्रॉनिक वाहन बनाया हो। स्टूडेंट्स ने बताया कि वाहन बनाने के लिए, इसमें प्रयोग होने वाले सामान को एकत्रित करना चुनौती थी। टीम के कैप्टन अर्जुन मित्तल ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक कार्ट बनाने के लिए उन्होंने एक दिन में करीब 18 घंटे काम किया। इसे बनाने में करीब 2.5 लाख रुपये खर्च हुए हैं। अक्षित गौर ने बताया कि इस प्राजेक्ट को पूरा करने में उनके सीनियर्स ने भी मदद की है।
इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का होगा आने वाला समय
टीम के वाइस कैप्टन भानू प्रताप ने बताया कि उन्होंने भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस वाहन को बनाने का फैसला किया था। इस समय टॉप कार निर्माता कंपनियां भी इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का निर्माण कर रही है। विदेशों में भी इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का चलन है। देश में वाहनों के क्षेत्र में आने वाले समय में इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों का बोलबोला होगा।
आठ घंटे में बैटरी होगी फुल चार्ज
स्टूडेंट्स द्वारा बनाए गए कार्ट में 40वी, 80एएच लिथियम-आयन, 10एएमपी चार्जर बैटरी लगी हुई है। यह बैटरी आठ घंटे में फुल चार्ज होगी। एक बार चार्ज करने पर कार्ट दो घंटे और 150 किमी तक का सफर तय कर सकती है। कार्ट में करीब 80 किलो तक वजन उठाने की क्षमता है। अर्जुन ने बताया कि कार्ट की टॉप स्पीड 64 किमी प्रति घंटा है।
यह है कार्ट की खासियत और इन सामान का हुआ बनाने के लिए प्रयोग
ड्राइव ट्रेन के लिए 2000डब्ल्यू बीएलडीसी मोटर, चैन ड्राइव, गियर रेश्यो 2.6, 3.8, स्टे¨रग सिस्टम के लिए पिटमैन आर्म का प्रयोग किया गया है। कार्ट छह सेकेंड में 0 से 50 मीटर तक की दूरी तय कर लेता है। इसमें डिजिटल स्पीड, रनिंग टाइम, बैटरी और मोटर का तापमान, डिस्टेंस कवर के अलावा बैटरी लेवल इंडिकेटर भी लगा है। इसके साथ ही इसमें जीपीएस का भी लगाया गया है।
डैश पर लगे कैमरे से वीडियो को लाइव रिकार्डिंग कर सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक, सीट बेल्ट, फाइबर ग्लास की बॉडी आदि का इसमें प्रयोग किया गया है।