'स्मार्ट' बनेंगे मोहाली के 24 स्कूल, निजी कंपनियों की मदद लेने की तैयारी में प्रशासन
मोहाली के मटौर के सरकारी एलीमेंटरी स्कूल को स्मार्ट बनाने की शुरुआत के बाद अब अन्य सरकारी स्कूलों को स्मार्ट करने का खाका भी तैयार किया जा रहा है।
जासं, मोहाली : जिले के करीब 22 स्कूलों को निजी कंपनियों की मदद से स्मार्ट बनाया जाएगा। इसके लिए मेयर कुलवंत सिंह की मदद भी ली जा रही है। उनकी कंपनी ने काम शुरू कर दिया है। मटौर के सरकारी एलीमेंटरी स्कूल को स्मार्ट करने की शुरुआत के बाद अब अन्य सरकारी स्कूलों को स्मार्ट करने का खाका भी तैयार कर लिया गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स को प्राइवेट स्कूलों के बराबर सुविधाएं मिल सकें, इसलिए यह कदम उठाए गए हैं।
फर्नीचर से लेकर कमरों तक की होगी व्यवस्था
सरकारी स्कूलों को निजी कंपनी की ओर से जो सुविधाएं दी जाएंगी। उनमें कमरों का निर्माण करने के अलावा बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर, ब्लैक बोर्ड, पानी का प्रबंध करना आदि शामिल है। विभाग के मुताबिक अब तक सोहाना के स्कूल को 80, मौली और फेज-3 बी 1 के स्कूलों को 50-50, फेज-7 के स्कूल को 30 बेंच दिए जा चुके है। सोहाना और मटौर के स्कूलों को 14 -14, मौली और फेज-7 के सरकारी स्कूलों को 7 -7 और फेज-3 बी 1 के स्कूल को 6 ग्रीन बोर्ड भी दिए गए। वहीं मटौर स्कूल को 40 बैंच दिए जा चुके हैं। इस शिक्षा सत्र के शुरू होने से पहले कई और सुविधाएं भी दी जाएंगी। इनमें इंटरनेट, एलसीडी व स्मार्ट क्लास रूम तैयार करना भी शामिल है।
ये स्कूल चुने
जिन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए चुना गया है, उनमें सरकारी स्कूल सोहाना, मटौर, लखनौर, मौली बैदवान के दोनों स्कूल, फेज-2, फेज-3 बी 1, फेज-5, फेज-6, फेज-7, फेज-9 के दोनों स्कूल, फेज -10, फेज-11, शाहीमाजरा, गांव मोहाली, लंबियां, कुंभड़ा, कंबाली, कंबाला और कंडाला के सरकारी स्कूल शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी गुरप्रीत कौर धालीवा ने कहा कि इससे स्कूलों में पढऩे वाले स्टूडेंट्स को फायदा होगा। इसके लिए एसोसिएशनों को भी आगे आना चाहिए।