मनीमाजरा के व्यापरियों की मांग, फायर ब्रिगेड का नंबर 112 के बजाय पहले की तरह हो 101
बीते तीन चार दिन पहले मनीमाजरा की खोखा मार्केट में आगजनी की घटना में दुकानदारों का बहुत नुकसान हुआ था। मनीमाजरा के व्यापारियों ने मांग की है कि दमकल विभाग का इमरजेंसी नंबर 112 को बदल कर 101 ही होना चाहिए।
मनीमाजरा, जेएनएन। चार दिन पहले मनीमाजरा के मेन बाजार स्थित खोखा मार्केट में आगजनी की घटना हुई थी। इस घटना के दमकल विभाग के कर्मियों और पुलिस कर्मियों की काम के प्रति निष्ठा देखकर मनीमाजरा व्यापार मंडल ने पांच दमकल विभाग और तीन पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने का फैसले किया। हालांकि कुछ व्यापारियों ने दमकल विभाग के इमरजेंसी नबंर 112 की कार्य प्रक्रिया पर सवाल भी उठाया है।
व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा जारी 112 नंबर इमरजेंसी में बहुत समय बर्बाद करता है। 112 नंबर के विकल्पों में जो समय बर्बाद होता है, उस दौरान घटना ज्यादा बढ़ जाती है। व्यापारियों ने प्रशासन से फायर ब्रिगेड के पुराने नंबर 101 को शुरू करने की मांग की है।
समय बर्बाद होने पर खुद पहुंचे फायर ब्रिगेड के ऑफिस
दुकानदार विजय कुमार बाबू और सतीश भाटिया ने बताया कि जिस रात यह आगजनी की घटना हुई तो उन्होंने खुद मनीमाजरा के फायर ब्रिगेड ऑफिस पहुंच कर दमकल विभाग के कर्मियों को सूचित किया और दमकल गाड़ी को साथ लेकर आए। 26 फरवरी को रात डेढ़ बजे उनकी दुकान पर आग लगी थी। सभी लोग 112 नंबर पर कॉल करते रहे, लेकिन 112 नंबर कंप्यूटर के जरिये लग रहा था। इस प्रक्रिया में ही करीब आधा घंटा बर्बाद हो गया। इसलिए उन्हें खुद दमकल विभाग के दफ्तर जाना पड़ा।
पहले की तरह शुरू किया जाए 101 नंबर
समाजसेवी रामेश्वर गिरी का कहना है प्रशासन द्वारा जारी नंबर 112 नंबर के कंप्यूटराइज्ड है। इससे लोगों को बहुत परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। जब तक कंप्यूटर फोन को विभाग के साथ संपर्क करवाता है, तब तक घटना विकराल रूप ले लेती है और उस पर काबू पाने के लिए कर्मचारियों को भी कड़ी मश्क्कत करनी पड़ती है। इसलिए फायर ब्रिगेड का नंबर 112 से अलग कर पहले की तरह 101 ही होना चाहिए।