सस्पेंड की धमकी से डरा दस्ता, इंस्पेक्टरों में चालान करने की लगी होड़
अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मी अब चालान से पहले किसी की सिफारिश भी नहीं मान रहे। साहब को खुश करने के लिए हर कोई ज्यादा चालान करने की कोशिश में है।
चंडीगढ़, [जेएनएन।] नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता जो कि कोरोना काल में कार्रवाई करने में काफी सुस्ती दिखा रहा था। लेकिन जब आए नए ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा ने सभी सब इंस्पेक्टरों से मीटिंग करके कहा कि वह खुद शहर में निकलेंगे और उन्हें कहीं पर भी अवैध कब्जे दिखे तो वह संबंधित सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर देंगे। धमकी सुनते ही सब इंस्पेक्टरों के कान खड़े हो गए हैं। चार दिन से अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने अब बाजारों में कार्रवाई तेज कर दी। हर सब इंस्पेक्टर में साहब को खुश करने के लिए ज्यादा चालान करने की होड़ लगी है। हर सब इंस्पेक्टर द्वारा किए चालान की संख्या की रिपोर्ट ज्वाइंट कमिश्नर के पास जा रही है। अब दस्ते के कर्मी किसी की सिफारिश भी नहीं मान रहे हैं। अब चंद सब इंस्पेक्टर यह भी कह रहे हैं कि साहब नए-नए हैं कुछ दिन बाद वह भी नरम हो जाएंगे।
तारीफ सुनकर सीना हो गया चौड़ा
अभी हाल ही में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भाजपा के सीनियर नेता एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के लिए आए थे। इस बैठक में प्रभात झा ने भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और उनकी टीम की तारीफ कर दी। झा ने कहा कि चंडीगढ़ आने से पहले वह दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को मिलकर आए थे। नड्डा ने कहा कि चंडीगढ़ छोटा प्रदेश है लेकिन कोरोना काल में वह काम बड़े राज्य की तरह कर रहे हैं। ऐसे में तारीफ सुनकर सूद का सीना चौड़ा हो गया है कि चंडीगढ़ भाजपा की चर्चा दिल्ली पार्टी हाईकमान तक है। ऐसे में अब सूद अपनी टीम को पहले से ज्यादा काम करने के लिए कहा है लेकिन कुछ नेता यह भी गपशप करते हैं कि काम तो कर रहे हो लेकिन पार्टी की गुटबाजी भी खत्म की जाए तभी फायदा मिलेगा। क्योंकि इस समय हर कोई सीनियर नेता एक दूसरे की टांग खींचने में लगा रहता है।
सूद को चेयरमैन बताने पर बवाल
पिछले सप्ताह नगर निगम में एक कमेटी की बैठक के एक प्रेस नोट जारी होने पर बवाल हो गया है। जिसमें पूर्व मेयर अरुण सूद को मेयर की ओर से वित्तीय संकट दूर करने के लिए बनाई गई कमेटी का चेयरमैन बताया गया। जबकि इस कमेटी में सभी को सदस्य ही बनाया गया है कोई चेयरमैन नहीं है। इस पर कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ के साथ-साथ भाजपा के भी चंद पार्षदों ने अधिकारियों को फोन करके आपत्ति जताई। इसके बाद फिर से संशोधित प्रेस नोट जारी हुआ। लेकिन इस बार जारी प्रेस नोट में पूर्व मेयर राजेश कालिया का नाम सदस्य के तौर पर कट गया। जिस पर कालिया ने बवाल कर दिया। कालिया ने इस बारे में कमिश्नर केके यादव से बात की। उसके बाद फिर से तीसरी बार संशोधित प्रेस नोट जारी हुआ। लेकिन इससे एक बात तो सामने आ गई कि पार्षद काम से ज्यादा नाम की राजनीति ज्यादा करते हैं।
साइकिल की सवारी के दीवाने हुए नेता जी
इस समय शहर में साइकिल चलाने का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में सड़कों पर सुबह और शाम साइकिल राइडर्स की भरमार लगी है। ऐसे में शहर के एक भाजपा युवा नेता वार्ड नंबर-1 के पार्षद महेश इंद्र सिद्धू हैं, जिनका कोरोनाकाल में जिम पूरी तरह से छूट गया है। ऐसे में उन्होंने फीट रहने के लिए साइकिल चलाना शुरू कर दिया है। साइकिल का जोश नेता पर ऐसा चढ़ा है कि वह प्रतिदिन 20 से 25 किमी साइकिल चला रहे हैं। साइकिल चलाते समय वह पंचकूला तक पहुंच जाते हैं। पेशे से वह वकील हैं लेकिन कोर्ट बंद होने से उन्होंने पूरा ध्यान अपनी फिटनेस पर दिया हुआ है। जिस कारण उन्होंने बाहर भी खाना और चाय पानी भी बंद कर दिया। अगर कभी वह किसी को मिलने जाते हैं तो उनका प्रयास रहता है कि संबंधित व्यक्ति के चाय और ठंडा मंगवाने से पहले वह खिसक लें।