11 साल पुराने केस में भगोड़ा गिरफ्तार, स्नैचिंग और मारपीट के सात केस हैं दर्ज
रणवीर सिंह के खिलाफ 1 फरवरी 2008 को सेक्टर-34 थाना पुलिस ने पहला केस दर्ज किया था। इसके बाद से वह लगातार स्नैचिंग और मारपीट में शामिल रहा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। 11 सालों में स्नैचिंग और मारपीट के कुल सात मामलों के आरोपित को यूटी पुलिस विभाग की पीओ एंड समन सेल के मुलाजिमों ने शनिवार को दबोच लिया। सेल के इंचार्ज सुखदीप सिंह के नेतृत्व में आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। उसकी पहचान सेक्टर-40 सी निवासी रणवीर सिंह उर्फ भानुप्रताप के तौर पर हुई है। उसे कोर्ट में पेेशी के बाद जेल भेज दिया गया।
रणवीर सिंह के खिलाफ 1 फरवरी 2008 को सेक्टर-34 थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसके बाद 16 फरवरी को स्नैचिंग की धारा के तहत सेक्टर-36 थाना पुलिस ने दर्ज किया था। फिर, 18 मार्च 2008 को सेक्टर-39 थाना पुलिस ने स्नैचिंग की धाराओं में केस दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने बाद में धारा 411 भी जोड़ी थी। उस पर आरोप था कि वह सेक्टर-40 सी की मार्केट से बैग सहित गोल्ड चेन व गोल्ड छीनकर भाग गया था। इसके बाद रणवीर के खिलाफ अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में कई स्नैचिंग के मामले दर्ज हुए थे। सेक्टर-36 थाना में रॉइटिंग की धारा के तहत केस दर्ज है।
कहां किन धाराओं में केस दर्ज
16 फरवरी 2008 को सेक्टर-36 थाना - स्नैचिंग की धारा
18 मार्च 2008 को सेक्टर-39 थाना - स्नैचिंग की धारा
11 मार्च 2008 को सेक्टर-17 थाना - स्नैचिंग की धारा
सात अप्रैल 2009 को सेक्टर-17 थाना - वाहन चोरी की धारा
दो फरवरी 2008 को सेक्टर-34 थाना - सेक्टर-45 से कैश की स्नैचिंग
एक फरवरी 2008 को सेक्टर-34 थाना - सेक्टर-44 से स्नैनिंग की धारा
30 अगस्त 2009 को सेक्टर-36 थाना - रॉयटिंग की धारा
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