शास्त्री मार्केट में फिर वेंडर्स का कब्जा
पार्किग एरिया और सड़कों पर रेहड़ी-फड़ी लगाकर कब्जा कर लिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-22 शास्त्री मार्केट में वेंडर्स ने दोबारा दुकानों के आगे, पार्किग एरिया और सड़कों पर रेहड़ी-फड़ी लगाकर कब्जा कर लिया है। पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने करीब 1 महीने पहले चंडीगढ़ प्रशासन को निर्देश जारी कर शास्त्री मार्केट में दुकानों के आगे बने कॉरिडोर, पार्किंग एरिया और फुटपाथ पर रेहड़ी-फड़ी लगाकर गैरकानूनी ढंग से बैठे वेंडर्स को हटाने को कहा था। इस पर डीसी मनदीप सिंह बराड़ ने खुद चंडीगढ़ पुलिस, एस्टेट ऑफिस और नगर निगम के एन्फोर्समेंट विग के साथ मिलकर शास्त्री मार्केट में जगह-जगह हुए वेंडर्स के अवैध कब्जे को खाली कराया था। लेकिन समय बीतते ही एक बार फिर वेंडर्स ने दोबारा अपनी रेहड़ी-फड़ी लगा ली है। जिसके चलते दुकानों के आगे बने कॉरिडोर, पार्किग एरिया और फुटपाथ पर लोगों को चलना मुश्किल हो गया है। फायर सेफ्टी नॉर्म्स को देखते हुए उठाया था कदम
दरअसल एस्टेट ऑफिस की ओर से शास्त्री मार्केट में जगह-जगह हुए वेंडर्स के अवैध कब्जे को इसलिए भी हटाना जरूरी हो गया था। क्योंकि आग लगने की स्थिति में यहां फायर बिग्रेड की गाड़ी या अन्य वाहन का प्रवेश कर पाना बेहद ही मुश्किल था। वेंडर्स ने जगह-जगह अपनी रेहड़ी-फड़ी लगाकर कब्जा किया हुआ था। जिसके चलते आपातकालीन स्थिति में मार्केट के अंदर कोई भी वाहन प्रवेश नहीं कर पाता था। इसी दिशा में प्रशासन की ओर से शास्त्री मार्केट में वेंडर्स के अवैध कब्जे को हटाने को लेकर बीते एक महीने में कई बार स्पेशल ड्राइव चलाई। लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। हाई कोर्ट की बेंच ने दिए थे निर्देश
पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के डिवीजन बेंच के जस्टिस राजीव शर्मा और हरिदर सिंह संधू ने शास्त्री मार्केट के एक व्यापारी द्वारा फाइल की गई पटीशन पर सुनवाई करते हुए चंडीगढ़ प्रशासन को सेक्टर 22 की शास्त्री मार्केट में दुकानों के आगे बने कॉरिडोर, पब्लिक पार्किंग एरिया और फुटपाथ पर वेंडर्स द्वारा किए गए अवैध कब्जे को हटाने के लिए कहा था। क्यों बार-बार शास्त्री मार्केट में वेंडर्स कर लेते हैं जगह-जगह कब्जा
दरअसल शास्त्री मार्केट में वेंडर्स इसलिए बार-बार दुकानों के आगे बने कॉरिडोर और पब्लिक एरिया में रेहड़ी-फड़ी लगाकर कब्जा कर लेते हैं। क्योंकि मार्केट में इस समय केवल 500 के करीब वेंडर्स को नगर निगम की ओर से लाइसेंस जारी किया गया है। जबकि यहां रोजाना 700 से अधिक वेंडर्स अपनी रेहड़ी-फड़ी लगाकर कमाई करते हैं। दूसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि वेंडर्स का चालान केवल नगर निगम का एन्फोर्समेंट विग ही कर सकता है। एस्टेट ऑफिस के एन्फोर्समेंट विग को चालान करने की अनुमति नहीं है। जिसकी वजह से एस्टेट ऑफिस केवल अवैध कब्जा करने पर उनका सामान जब्त कर सकता है। अगर एस्टेट ऑफिस के एन्फोर्समेंट विग को चालान करने की पावर दे दी जाए। तो हो सकता है कि शास्त्री मार्केट में वेंडर्स के अवैध कब्जे को हटाया जा सके। एस्टेट ऑफिस और नगर निगम का एन्फोर्समेंट विग रोजाना शास्त्री मार्केट में वेंडर्स द्वारा किए एनक्रोचमेंट पर कार्रवाई कर रहा है। इसके अलावा जो वेंडर्स बिना लाइसेंस बैठे हैं, उनका सामान जब्त कर कार्रवाई की जा रही है। जल्दी ही शास्त्री मार्केट में केवल उन्हीं वेंडर्स को बैठने दिया जाएगा। जिनके पास लाइसेंस हैं। इसके लिए स्पेशल ड्राइव चलाई जाएगी।
-मनदीप सिंह बराड़, डीसी