कैमरे में कैद की पंजाब की खूबसूरती
तीनों को अपने कैमरे में कैद करने के शौकीन हैं दविदर पाल सिंह रंगी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब के गांव, इनकी खूबसूरती और लोग। तीनों को अपने कैमरे में कैद करने के शौकीन हैं दविदर पाल सिंह रंगी। जिनकी तस्वीरें इनके पंजाब से जुड़े प्यार को खुद बयान करती है। प्राचीन कला केंद्र सेक्टर-35 में इन दिनों इनकी निहंगों से जुड़ी प्रदर्शनी का आयोजन हुआ है। जिसमें इन्होंने 21 तस्वीरों से निहंगों के जीवन को दिखाया है। बोले कि मुझे कैमरे में पंजाब को दिखाना पसंद है। मेरी पहली प्रदर्शनी मेरा पिड थी। जाहिर है कि लुधियाना के पिड चोमो को दिखाया। वहां के लोग, खेत और उनका जीवन। ये मेरा मुख्य केंद्र रहे। इस बार कुछ अलग दिखाना था तो निहंगों पर आधारित तस्वीरों को खींचा। ये तस्वीर मैंने आनंदपुर साहिब, राड़ा साहिब, ढक्की साहिब और नवां पिड में खींची। जहां निहंगों के रहन-सहन, उसकी सोच और धर्म के प्रति उनकी आस्था को मैंने तस्वीरों में दिखाया। नशे से बेहतर है कि हम कला से जुड़ें
दविदर ने कहा कि उनकी प्रदर्शनी पंजाब से लेकर मलेशिया तक में लग चुकी है। उनका मकसद अपनी तस्वीर से पंजाब की खूबसूरती को ही दिखाना रहेगा। बोले कि इन दिनों मैं बंजारा समुदाय पर काम कर रहा हूं। जो लोहे के औजार बनाते हैं। उनका जीवन एक गांव से दूसरे गांव में कटता है। ऐसे में उनकी दिलचस्प दुनिया मेरी तस्वीरों में दिखेगा। मैं वर्ष 2010 से फोटोग्राफी कर रहा हूं। मुझे अपने घर में इसका पूरा सहयोग मिला। मैं अपने गांव में भी इसी संदेश को आगे लाना चाहता हूं कि नशे से बेहतर है कि हम किसी शौक को जीएं। ऐसे में मेरी तस्वीरें एक खास संदेश लिए हुए हैं।