जीरकपुर में अब 31 से ज्यादा हो सकती है वार्डो की संख्या
अगले साल नगर निगम मोहाली सहित जीरकपुर नगर परिषद के चुनाव होने हैं। इसे लेकर नई वार्डबंदी के लिए सर्वे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जासं, मोहाली : अगले साल नगर निगम मोहाली सहित जीरकपुर नगर परिषद के चुनाव होने हैं। इसे लेकर नई वार्डबंदी के लिए सर्वे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जीरकपुर शहर के काफी हिस्से में सर्वे हो चुका है। शहर का दायरा बढ़ने के साथ-साथ यहां पुरानी वार्डबंदी बदली जानी तय है। माना जा रहा है कि यहां 31 वार्डो की जगह 35 से 40 वार्ड बनाने की तैयारी है। जीरकपुर नगर परिषद में शामिल होंगे यह नए क्षेत्र
जीरकपुर नगर परिषद में मौजूदा 31 वार्ड हैं। इसमें जोड़े जाने वाले एरिया में सनौली, नगला, छत और वीआइपी रोड के पिछले हिस्से का कुछ एरिया शामिल होगा। इस समय जीरकपुर नगर परिषद में सभी 31 पार्षद अकाली-भाजपा के हैं। पिछले 15 वर्षो से अकाली-भाजपा का ही जीरकपुर में वर्चस्व रहा है। कांग्रेस के लिए अकाली-भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने की चुनौती
इस बार कांग्रेस चाहती है कि यहां पंजाब सरकार की तरह ही निकाय में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराए। इसके साथ ही अकाली व भाजपा के पार्षदों को नई वार्डबंदी के चक्कर में भी उलझाया जाए। जैसे कि जिस वार्ड में अकाली दल की पार्षद हैं उस वार्ड को महिला वार्ड आरक्षित न कर जनरल कैटेगरी में डाला जाए। प्रधान पद से लेकर महिला या आरक्षित वार्ड को बनाने का काम किस तरह से होगा इस पर सभी की नजरें टिकी है। जो भी हो वार्डबंदी के निर्धारण को लेकर सत्ताधारी समेत विरोधी पार्टियों में बेचैनी नगर आ रही ई है। वार्डबंदी फाइनल करने से पूर्व लोगों के सुझावों पर होगा अमल
वार्डबंदी फाइनल करने से पहले लोगों के सुझाव एतराज मांगे जाएंगे। उस पर निष्पक्षता से किस तरह से काम होगा यह देखने वाली बात होगी। जीरकपुर नगर परिषद पर मौजूद सत्ताधारी पक्ष अकाली भाजपा अब भी यहां कांग्रेस पर भारी है। लोकसभा चुनावों में भी इस शहर में अकाली भाजपा कंडीडेट को वोटें ज्यादा मिली। सभी 31 वार्डो में अकाली भाजपा के पार्षद है। अब आने वाले एमसी चुनाव में यहां कांग्रेस अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में कितनी कामयाब होती है। इस पर अब भी स्थिति कुछ भी क्लीयर नहीं है। जीरकपुर निकाय में 2014 के एमसी चुनावों से पहले यहां 15 वार्ड से बढ़ाकर 31 किए गए। यहां लगातार शहर की ग्रोथ हो रही है। इसलिए इसमें वार्डबंदी नए सिर से करने की जरूरत है। हालांकि शहर को जो एरिया एक दशक पहले ही आबादी से भर गया वहां नई वार्डबंदी की जरूरत नहीं है। जो एरिया एमसी में शामिल किया गया उसमें वार्डबंदी की जरूरत है। मोहाली में भी वार्डो की संख्या बढ़ाने की मांग
मोहाली में मौजूदा समय में 50 वार्ड हैं। जहां पर भी वार्ड बढ़ाने को लेकर कई गांवों की ओर से मांग की जा रही है कि उन्हें नगर निगम में शामिल किया जाए, लेकिन फिलहाल इस पर निर्णय नहीं हुआ है।