सेक्टर-35 बी में दिव्यांग लोगों के लिए बनेगा 93 लाख की लागत से विशेष पार्क
जागरण संवाददाता चंडीगढ़ दिव्यांग लोगों के लिए शहर में पहली बार पार्क का निर्माण किया
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : दिव्यांग लोगों के लिए शहर में पहली बार पार्क का निर्माण किया जाएगा, जोकि विशेष तौर पर उनके लिए ही बनाया जाएगा। स्मार्ट सिटी की टेक्निकल कमेटी ने सेक्टर-35डी में 93 लाख रुपये में यह पार्क विकसित करने के प्रोजेक्ट पर मोहर लगा दी है। इस पार्क में दिव्यांग लोगों के लिए व्हील चेयर्स के अलावा उनकी सुविधा के अनुसार ही ओपन एयर जिम और झूले भी लगाए जाएंगे। मंगवालार को हुई टेक्निलक कमेटी ने सेक्टर-17, 22, 35 और 43 में स्मार्ट स्ट्रीट लाइट्स लगाने का प्रपोजल भी पास कर दिया है। जिस पर साढ़े तीन करोड़ रुपये की लागत आएगी। जब कोई लाइट्स खराब होगी तो इसकी जानकारी अपने आप ही कंट्रोल सिस्टम में बैठे कर्मचारी को मिल जाएगी। इसके तहत सेंसर से ही लाइट़्स अपने आप ही बंद और शुरू हो जाएगी। जिनमें बिजली की खपत भी कम होगी। इस कमेटी की बैठक में शहर के ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करने की डिटेंल प्रोजेक्ट रिपोर्ट को पास कर दिया है। नई तकनीक से टरशरी वाटर ट्रीट करने से बीओडी की मात्रा एक एमजी से भी कम हो जाएगी। इस बैठक में शहर में तीन मेटिरियल रिकवरी फेसिलिटी और ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण करने की डीपीआर को पास कर दिया है। जिसके तहत सेंटर औद्योगिक क्षेत्र के फेज-1, 3बीआरडी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सेक्टर-25 वेस्ट के सालिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट में बनाया जाएगा। जहां पर शहर में कचरे को सेग्रिगेशन करके लाया जाएगा। यहां पर ही सूखा कचरे से प्लास्टिक में से जरूरी वस्तुएं जैसे प्लास्टिक, लोहा और अन्य चीजें निकाली जाएगी जिन्हें एमसी बेच देगा जबकि जो कचरा प्रोसेस नहीं हो पाएगा उसे डड्डूमाजरा में गारबेज प्लांट में प्रोसेस के लिए भेजा देगा, जबकि गीला कचरे को खाद बनाने के लिए भेज दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर 32.27 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव पास किया गया है। कमिश्नर ने बताया कि इन सेंटर के बनने से शहर पूरी तरह से बिन फ्री हो जाएगा। मौजूदा रैक पिकर्स को भी इस सेंटर के कामों में शामिल किया जाएगा। शहर में जो जगह जगह सहज सफाई केंद्र बनाए गए हैं उन्हें हटा दिया जाएगा।