नानी-मासी नहीं चाहती थी मेरा जन्म हो
समाज में औरतों की स्थिति कोई ज्यादा अच्छी नहीं है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : समाज में औरतों की स्थिति कोई ज्यादा अच्छी नहीं है। इसकी वजह है उनकी सोच। मेरे खुद के जन्म के वक्त मेरी नानी और मासी नहीं चाहती थी कि मैं जन्म लूं। उन्हें बेटा चाहिए था। मगर मेरे पिता ने मुझे बहुत प्यार दिया। उन्होंने कभी इस अहसास को मुझ पर हावी नहीं होने दिया। जिसकी वजह से आज मैं इस इंडस्ट्री का भी हिस्सा हूं। मेरे अनुसार अब पुरानी सोच को तोड़कर नई को बनाना होगा। क्योंकि बदलाव ही जीवन का हिस्सा है। एक्ट्रेस रूबीना बाजवा ने कुछ इसी अंदाज में महिलाओं की स्थिति के बारे में जानकारी दी। होटल जेडब्ल्यू मैरियट-35 में वह फिल्म मुंडा ही चाहिदा पर बात करने पहुंचीं। उन्होंने कहा कि फिल्म में वह प्रेग्नेंट महिला का किरदार निभा रही हूं। जिसका पहले ही एक बच्चा है। फिल्म में इस तरह का प्रेशर है जिसमें लड़के होने की ही इच्छा थोपी जाती है। ऐसे में फिल्म के जरिये एक अच्छा संदेश दिया जाएगा। बराबरी का समाज महिलाएं ही ला सकती हैं
रूबीना ने कहा कि समाज में बराबरी की बात की जाती है। मगर बराबरी तब तक नहीं आ सकती, जब तक कि महिलाएं ही इस पर बात नहीं करती। दरअसल एक कोशिश करनी होगी। महिलाओं की सोच बदलनी होगी। हमें किसी भी बच्चे के पैदा होने पर सवाल नहीं उठाना चाहिए। ऐसे में हम हर किसी को जज नहीं कर सकते। मुझे खुद इस सोच से निकलने में वक्त लगा। मेरे परिवार में इस सोच की वजह से, मुझे महिलाओं के प्रति अलग सोच बनने लगी। मगर अब मुझे लगता है कि इससे निकलने का वक्त आ गया है। हम कोशिश करें तो ये समाज बराबरी की बात कर सकता है और आगे बढ़ भी सकता है।