कांग्रेस की अापत्ति दरकिनार, प्रशासक के सलाहकार परिदा ने किया मलबा प्रोसेसिंग प्लांट का उदघाटन
एनजीटी के आदेश पर नगर निगम ने मलबा प्रोसेस करने वाले प्लांट का निर्माण पूरा कर दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़ : एनजीटी के आदेश पर नगर निगम ने मलबा प्रोसेस करने वाले प्लांट का निर्माण पूरा कर दिया है। इसका उदघाटन प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने किया। प्लांट का निर्माण दो करोड़ की लागत से औद्योगिक क्षेत्र के फेज-1 में किया गया है। चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद प्लांट के उदघाटन को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी। चुनाव आयोग को पार्टी की ओर से लिखे गए पत्र में चुनाव को देखते हुए फिलहाल उद्घाटन कार्यक्रम रद करने की मांग की गई थी। हालांकि पार्टी की यह आपत्ति दरकिनार कर उद्घाटन कार्यक्रम संपन्न हो गया। प्लांट में लोग भी मलबा पहुंचाएं इसके लिए नगर निगम ने ड्राफ्ट पॉलिसी बना ली है। इसके तहत हर किसी के लिए अनिवार्य होगा कि वह यहां पर मलबा पहुंचा सकता है। इस माह के अंत में होने वाली सदन की बैठक में यह पॉलिसी पास होने के लिए आएगी।
मलबा उठाने के लिए ट्रांसपोर्ट फीस निर्धारित
कमिश्नर केके यादव ने बताया कि लोगों का मलबा उठाने के लिए नगर निगम की गाडिय़ां और मशीनरी तैनात की जाएगी जो कि मलबा उठाकर प्रोसेसिंग साइट में लाएगी। लोगों से 10 से 12 क्यूबी मीटर तक का मलबा उठाने का दो हजार रुपये ट्रांसपोर्ट फीस चार्ज की जाएगी। इससे कम मलबा होने पर भी इतना ही रेट चार्ज किया जाएगा।
मलबा प्रोसेस कर बनेंगे टाइल्स और पेवर ब्लॉक
प्लांट की मदद से मलबे को प्रोसेस कर टाइल्स और पेवर ब्लॉक बनाए जाएंगे। इस प्लांट के लगने से स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में भी चंडीगढ़ की रेटिंग में सुधार आएगा। नगर निगम का दावा है कि जगह-जगह पड़े मलबे से भी शहर को मुक्ति मिलेगी। दो करोड़ की लागत से तैयार प्लांट में प्रतिदिन100 से 120 टन मलबा प्रोसेस होगा। नगर निगम के इंजीनियरिंग विंग के अनुसार मलबे को प्रोसेस करने के बाद जो माल बनता है,उसका प्रयोग सड़कों की कारपेटिंग में भी किया जा सकता है।
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