15 मई को सलाहकार करेंगे मलबा वेस्ट प्लांट का उद्घाटन
जागरण संवाददाता चंडीगढ़ इमारतों के निर्माण के समय निकलने वाले मलबे को प्रोसेस करने वाल
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : इमारतों के निर्माण के समय निकलने वाले मलबे को प्रोसेस करने वाले प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। नगर निगम नए बने इस प्लांट का उद्घाटन सलाहकार मनोज परीदा से करवाने का निर्णय लिया है। उद्घाटन की तारीख 15 मई तय की गई है। शुक्रवार को प्लांट देखने के लिए नगर निगम कमिश्नर केके यादव सहित अधिकारी पहुंचे। इस प्लांट के निर्माण पर नगर निगम का दो करोड़ रुपये का खर्चा आया है। जबकि अब शहर का मलबा उठाकर प्लांट के पास गिराया जा रहा है। औद्योगिक क्षेत्र में यह प्लांट लगाया गया है। जबकि प्लांट में पूरे शहर का मलबा आए, इसके लिए नगर निगम ने पॉलिसी बना दी है, जिसके तहत हर किसी के लिए अनिवार्य होगा कि यहां पर मलबा पहुंचाएं। इस माह की सदन की बैठक में यह पॉलिसी चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद पास होने के लिए आएगी। प्लांट की मदद से जो मलबे को प्रोसेस करके टाइल्स और पेवर ब्लाक बनाए जाएंगे। इस प्लांट से सुधरेगी स्वच्छता रैंकिंग
इस प्लांट के लगने से स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में भी चंडीगढ़ की रेटिग में सुधार आएगा। नगर निगम का दावा है कि इस प्लांट के लगने से शहर को जगह-जगह पड़े मलबे से भी मुक्ति मिल जाएगी और इससे शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी। दो करोड़ की लागत से तैयार हुए इस प्लांट में प्रतिदिन 100 से 120 टन मलबा प्रोसेस होगा। नगर निगम के इंजीनियरिग विग के अनुसार मलबे को प्रोसेस करने के बाद जो माल बनता है, उसका प्रयोग सड़कों की री-कारपेंटिग में भी किया जा सकता है। ईट बनाने में भी होगा प्रयोग
इसके अलावा ईटों के निर्माण में भी इसका प्रयोग एक सामग्री के तौर पर किया जा सकता है। इस समय शहर में निकलने वाले मलबे से पूरा शहर ही परेशान है, क्योंकि लोग अपने घरों के निर्माण और रेनोवेशन से जो मलबा निकलता है, उसको रेहड़ी वाले शहर में कहीं पर भी फेंक देते हैं, जबकि नगर निगम ने मलबा गिराने के लिए साइट्स भी तय की है। अभी तक नगर निगम के पास मलबे से निपटने के लिए शहर में कोई व्यवस्था नहीं है।