मुख्य सचिव- मंत्रियों का 19 दिन पुराना विवाद पांच मिनट में निपटारा, चीफ सेक्रेटरी को मिली माफी
पंजाब में मंत्रियों और मुख्य सचिव का विवाद समाप्त हो गया है। 19 दिन पुराना यह विवाद कैबिनेट बैठक में महज पांच मिनट में निपट गया।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों व चीफ सेक्रेटरी करण अवतार सिंह के बीच 19 दिनों से चली आ रही खींचतान पर पांच मिनट में पूर्ण विराम लग गया। चीफ सेक्रेटरी ने बुधवार को कैबिनेट अमरिंद की बैठक में मंत्रियों से माफी मांग ली। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिेंदर सिंह की स्क्रिप्ट पर हामी भरते हुए मंत्रियों ने भी उन्हें माफ कर दिया। इसके तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री ने इस घटनाक्रम को खत्म करने की घोषणा कर दी। बैठक के शुरू होने से करीब 45 मिनट पहले ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सचिवालय पहुंच गए थे। उस समय चीफ सेक्रेटरी सचिवालय में ही थे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की स्क्रिप्ट को कैबिनेट की मंजूरी, माफी पर मुहर
चीफ सेक्रेटरी को माफी दिए जाने की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी। कैप्टन कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा व सुनील जाखड़ के साथ पहले ही लंच डिप्लोमेसी कर चुके थे, जबकि दूसरे चरण में कैप्टन ने मनप्रीत व चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लंच किया।
करण अवतार ने कहा- दोबारा नहीं करूंगा ऐसा व्यवहार, मंत्री बोले- माफी मांगने पर अल्लाह भी माफ कर देता है
बुधवार को कैबिनेट बैठक शुरू होने से आधा घंटे पहले कैप्टन ने सचिवालय में अपने चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार के दफ्तर में चीफ सेक्रेटरी व मनप्रीत को आमने-सामने बैठाया। यह मुलाकात करीब पांच मिनट तक चली। इसके बाद मनप्रीत पहले व मुख्यमंत्री चीफ सेक्रेटरी के साथ बाद में दफ्तर से बाहर निकले।
दो बार माफी मांग चुके हैं चीफ सेक्रेटरी: मनप्रीत
कैबिनेट बैठक शुरू होते ही चीफ सेक्रेटरी करण अवतार सिंह ने पूरी कैबिनेट से माफी मांगी और कैबिनेट को भरोसा दिलवाया कि आगे से वह ऐसा व्यवहार नहीं करेंगे। इस पर मनप्रीत बादल ने कैबिनेट को बताया, '9 मई को जिस दिन विवाद हुआ था तब भी चीफ सेक्रेटरी ने उनसे व्यक्तिगत रूप से माफी मांगी थी। मेरे पिता जी बीमार थे और मैं उन्हें लेकर परेशान था। जब मेरे पिता की मृत्यु हुई तो चीफ सेक्रेटरी बादल गांव में शोक व्यक्त करने आए थे। वहां पर भी उन्होंने माफी मांगी थी।' मनप्रीत ने कहा, हमारी संस्कृति भी कहती है कि अगर कोई माफी मांगे तो उसे माफ करके बात को खत्म करना चाहिए।
मैंने फोन नहीं उठाया था: चन्नी
कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी ने उन्हें मैसेज भेज कर माफी मांगी थी और फोन भी किया था, लेकिन मैंने न फोन उठाया और न ही संदेश का जवाब दिया। रजिया सुल्ताना ने कहा कि माफी मांगने पर अल्लाह भी माफ कर देता है। मुख्यमंत्री ने बगैर समय गंवाए कहा, 'अब हम बात को यहीं खत्म कर देते हैं। इसके बाद 17 दिनों से चले आ रहे विवाद पर पर्दा पड़ गया।'
यह था विवाद
9 मई को एक्साइज पॉलिसी को लेकर कैबिनेट सब कमेटी की बैठक थी। इस बैठक में शराब की सेल कम होने पर सवाल उठे। इस पर चीफ सेक्रेटरी ने कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को आड़े हाथ लिया। चीफ सेक्रेटरी के इस व्यवहार पर मनप्रीत बादल बोल पड़े। इसके बाद चीफ सेक्रेटरी ने मनप्रीत बादल को भी झिड़क दिया। इस बात से गुस्सा होकर मंत्री बैठक छोड़ कर चले गए।
11 मई को कैबिनेट बैठक में पूरी कैबिनेट ने चीफ सेक्रेटरी को हटाने की मांग कर दी। कैबिनेट ने फैसला लिया कि अगर चीफ सेक्रेटरी को हटाया नहीं जाता है, तो उस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे जिसमें चीफ सेक्रेटरी हो। वित्तमंत्री मनप्रीत बाद ने यह बयान अधिकारिक रूप में दिया था।