एयरपोर्ट से अब 38 फ्लाइट्स लेकिन नहीं बना कारगो वेयरहाउस
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट चंडीगढ़ से अब रोजाना 38 फ्लाइट का संचालन हो रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट चंडीगढ़ से अब रोजाना 38 फ्लाइट का संचालन हो रहा है। एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या में तो इजाफा हुआ ही है, इसके साथ ही कारगो में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है लेकिन एयरपोर्ट पर अभी तक कारगो वेयरहाउस नहीं बना है। कारगो वेयरहाउस नहीं बना होने की वजह से विमानन कंपनियों को खासा नुकसान हो रहा है। दूसरी तरफ आंकड़ों की मानें तो साल 2015-16 के मुकाबले 2016-17 में 150 फीसद से ज्यादा कारगो में इजाफा हुआ है। एयर इंडिया के स्टेशन मैनेजर आरके नेगी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट चंडीगढ़ की कनेक्टिविटी का जाल लगातार फैलता जा रहा है। एयरपोर्ट से रोजाना 38 फ्लाइट्स का संचालन हो रहा है। श्रीनगर, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, जयपुर, जम्मू, लेह, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक शहरों के लिए सीधी फ्लाइट्स है। यह शहर बडे़ व्यावसायिक केंद्रों के तौर पर भी जाने जाते हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से शारजाह और दुबई के लिए भी सीधी फ्लाइट है।
निर्माण हुआ तो कोल्ड स्टोर की मिलेगी सुविधा
ऐसे में अगर एयरपोर्ट पर कारगो वेयर हाउस बनता है और कस्टम की औपचारिकताएं और कोल्ड स्टोर की सुविधा उपलब्ध हो जाए तो यकीनन इसका फायदा विमानन कंपनियों को तो होगा ही, इसके साथ चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला और बद्दी के व्यापारियों के व्यापारियों को फायदा होगा। इतना ही नहीं अगर व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ती हैं तो विमानन कंपनियां इसके लिए विशेष तौर पर कारगो फिल्टर भी शुरू कर सकती हैं जोकि खासतौर सामान की ढुलाई के लिए इस्तेमाल होता है।
जल्द होगा निर्माण कार्य
चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के सीईओ सुनील दत्त का कहना है कि कारगो वेयरहाउस के निर्माण को लेकर तमाम तरह की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं, कारगो हाउस का निर्माण व रखरखाव भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण करेगा। इसके अलावा इसी साल चेन्नई, गोवा, सिंगापुर और बैंकाक के लिए सीधी फ्लाइट शुरू करने की योजना है। चंडीगढ़ एयरपोर्ट से लगातार देश-दुनिया की कनेक्टिविटी बढ़ रही है, जिससे इस क्षेत्र का बहुआयामी विकास हो रहा है।
पूरे रीजन को होगा फायदा
सेक्टर-26 की सब्जी मंडी के आढ़ती यूनियन के प्रधान दिग्विजय कपूर का कहना है कि अगर चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कारगो की सुविधा उपलब्ध हो जाती है तो इसका सीधा फायदा यकीन हिमाचल के सेब उत्पादकों, सोलन के मशरूम उत्पादकों, बद्दी के फार्मा सेक्टर और पंजाब के पोल्ट्री फार्म से जुड़े व्यापारियों को हो सकता है। इतना ही नहीं इससे देश के दूसरे हिस्से और विदेशों में व्यापार करना भी सरल होगा और कई मायनों में यह सड़क यातायात से सस्ता भी पड़ेगा।