चार महीनों से वेतन के इंतजार में बैठे 155 कंप्यूटर टीचर्स एंड डाटा एंट्री ऑपरेटर को किया रिलीव
चार महीने पहले इनका कांट्रेक्टर से झगड़ा हुआ था क्योंकि वह इन्हें काम पर बने रहने के लिए 12 से 15 हजार रुपये की डिमांड कर रहा था। जिसके बाद टीचर्स ने कॉट्रेक्टर की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के साथ-साथ गवर्नर को दी थी।
चंडीगढ़, सुमेश ठाकुर। चार महीनों से वेतन के इंतजार में बैठे 155 कंप्यूटर टीचर्स एंड डाटा एंट्री ऑपरेटर को वीरवार को रिलीव कर दिया गया। यह कर्मचारी कांट्रेक्ट पर शहर के स्कूलों में बीते दस सालों से सेवाएं दे रहे थे। चार महीने पहले इनका कांट्रेक्टर से झगड़ा हुआ था क्योंकि वह इन्हें काम पर बने रहने के लिए 12 से 15 हजार रुपये की डिमांड कर रहा था। जिसके बाद टीचर्स ने कॉट्रेक्टर की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के साथ-साथ गवर्नर को दी थी।
जेम के जरिए बदला था कॉट्रेक्टर
कॉट्रेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए कांट्रेक्टर हायर किया जाता है। जोकि हर साल बदला जा सकता है। जेम पोर्टल पर कांट्रेक्टर बदलने की प्रक्रिया होती है जिसमें सबसे कम बीड वाला कांट्रेक्टर हायर किया जाता है। नया कांट्रेक्टर जून में नियुक्त किया गया था। उससे पहले मई तक स्पीक कंपनी इन कर्मचारियों को चला रही थी।
नियमों के लिए अनुसार मिलता है 0.01 प्रतिशत
नियमों के अनुसार कर्मचारियों को देने वाले कांट्रेक्टर को 0.01 प्रतिशत दिया जाता है। इसके अलावा कांट्रेक्टर किसी प्रकार के पैसे की मांग कर्मचारियों से नहीं कर सकता है। इस मामले में वर्ष 2016 में कैट भी निर्णय दे चुकी है कि यदि कोई कांट्रेक्टर इस तरह से कर्मचारियों से पैसे मांगता है तो उसे ब्लैक लिस्ट करके हटाया जा सकता है, लेकिन टीचर्स की तरफ से शिकायत देने के बावजूद भी विभाग उस प्रक्रिया को पूरा करते हुए कांट्रेक्टर को हटाने में नाकायाब रहा है और टीचर्स को काम से हटाने को लेकर मौखिक अॉर्डर जारी हो गए है।
प्रशासक को शिकायत देने के बाद होगा कोर्ट का रूख
मौखिक ऑर्डर जारी होने के बाद टीचर्स पहले प्रशासक और उसके बाद कोर्ट का रूख करने की तैयारी कर रहे है। टीचर्स के अनुसार प्रशासन खुद नाकाम रहा है और उसे छुपाना के लिए इस प्रकार की हरकतें कर रहा है।