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काव्य संग्रह 'इन्द्रजाल' का लोकार्पण

- काव्य संग्रह में है 59 कविताओं का है समावेश जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : आवाज साहित्यिक मंच, अंबाल

By Edited By: Published: Thu, 02 Oct 2014 08:31 PM (IST)Updated: Thu, 02 Oct 2014 08:31 PM (IST)
काव्य संग्रह 'इन्द्रजाल' का लोकार्पण

- काव्य संग्रह में है 59 कविताओं का है समावेश

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जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : आवाज साहित्यिक मंच, अंबाला के सौजन्य से बुधवार को चर्चित कवि देवी दयाल सैनी के नवीनतम काव्य संग्रह 'इन्द्रजाल' देश भगत यूनिवर्सिटी के चासलर और दूरदर्शन केन्द्र चंडीगढ़ के निदेशक डॉ केके रत्तू ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज और आवाज सहित्यिक मंच के अध्यक्ष राजेश गुप्ता भी उपस्थित थे।

काव्य संग्रह में 59 कविताएं संकलित हैं। कवि ने अपने आस पास की स्थितियों, घटनाओं और प्रकृति को अपनी रचनाओं में जगह दी है। दस नंबरी कविता घोटालों का पर्दाफ ाश करती है, तोते कविता सरकारी तंत्र की बखिया बड़ी निर्ममता से उधेड़ती है, बेटिया और फ ल कविता भू्रण हत्या के प्रति जागरूक करती है। सैनी की कविताएं वर्तमान के उन सभी बिंदुओं को उठाती हैं जो हमारे सामने घटित होते हैं ।

कार्यक्र म के दूसरे चरण में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें हिदी, पंजाबी और उर्दू के 30 कवियों ने अपनी रचनाएं सुना कर माहौल को काव्यमय बनाया। मौके पर अश्क बालवी, सुभाष रस्तोगी, देवी दयाल सैनी, प्रेम विज, बलवीर बाहरी, एस राकेश, चमन लाल शर्मा, बाल कृष्ण गुप्ता, कृष्ण आर. के. भगत, जोगिन्दर वत्स, पीके पन्नू परवाज, कश्मीर कौर, दलजीत कौर, सतनाम सिंह, गणेश दत्त, कंचन भल्ला, नरिदर नाज, रमेश तन्हा, सेवी रायत, कृष्ण अवतार सूरी, उदय ठाकुर, सतपाल सरूर, प्रभा जैन, ध्यान सिंह, हरनाम सिंह डल्ला, पवन मुंतजिर अमनजीत कौर, तनुजा, आदि ने कविताएं सुनाकर महौल को काव्यमय बनाया।


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