कई गांवों में फैला सीवरेज का गंदा पानी, किसानों की 100 एकड़ फसल बर्बाद Chandigarh News
खरड़-बस्सी पठाना मार्ग पर बना पुल टूटने के कारण सीवरेज का गंदा पानी खरड़ तहसील के कई गांवों में फैल गया है।
मोहाली, [रोहित कुमार]। खरड़-बस्सी पठाना मार्ग पर बना पुल टूटने के कारण सीवरेज का गंदा पानी खरड़ तहसील के कई गांवों में फैल गया है। पानी के कारण गांवों की 100 एकड़ फसल व जमीन खराब हो गई है। ध्यान रहे कि दो सप्ताह पहले इसी पानी के कारण फतेहगढ़ साहिब के 20 से ज्यादा गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल खराब हो गई थी।
बुधवार को खरड़ में फसल खराब होने के बाद गांवों के लोगों ने प्रशासन व नगर काउंसिल के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया है। उधर खरड़-बस्सी पठाना मार्ग पर बनाया पुल टूटने के लिए पीडब्लयूडी ने नगर काैंसिल को जिम्मेदार ठहराया है। खरड़ के एसडीएम हिमांशु जैन ने इस मामले में नगर काैंसिल खरड़ के अधिकारियों को जिम्मेदार बताते हुए मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं।
एसडीएम ने किसानों को मुआवजा देने के लिए कहा है। एसडीएम खरड़ हिमांशु जैन को हलके के पटवारियों को जमीन की गिरदावरी करने के आदेश जारी किए हैं। लेकिन पटवारियों का कहना है कि गिरदावरी करना मुश्किल है। क्योंकि गांवों के खेतों के घुटनों तक पानी भरा है।
इन गांवों में घुसा सीवरेज का पानी
खरड़ प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि नगर काउंसिल सीवरेज का पानी पहले गडांगां नदी में से होकर आगे निकलता है। लेकिन माइनिंग माफिया के खनन के कारण नदी इतनी चौड़ी हो गई है कि पानी खेतों में जाना शुरू हो गया है। पानी नवांशहर बड़ाला से रंगियां, चोलटा, पोपना, नियामियां, धड़ाक आदि गांवों के खेतों में घुस गया है। लोगों ने किसी तरह पानी को रोक रखा है। लेकिन ये आगे भी बढ़ सकता है।
रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई
एसडीएम खरड़ हिमांशु जैन ने कहा कि पानी से नुकसान हुआ है। इसकी रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दे दिए गए है। उन्होंने कहा कि गिरदावरी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर पटवारी जगप्रीत ¨सह भंगू ने कहा कि प्रशासन से रिपोर्ट बनाने के निर्देश मिले हैं, लेकिन रिपोर्ट बनाने में समय लगेगा।