Move to Jagran APP

पुलिस ने गैंगस्‍टर को मुठभेड़ में मार गिराया, फिर युवती के दावे से पड़ी चक्‍कर में

बठिंडा में पुलिस एक मुठभेड़ में गैंगस्‍टर को मार गिराने के बाद उलझन में फंस गई। एक युवती ने पत्‍नी होने का दावा कर शव मांगा। परिजनों के पहचानने से मना करने पर मामला उलझ गया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 17 Dec 2017 08:44 AM (IST)Updated: Sun, 17 Dec 2017 08:44 AM (IST)
पुलिस ने गैंगस्‍टर को मुठभेड़ में मार गिराया, फिर युवती के दावे से पड़ी चक्‍कर में
पुलिस ने गैंगस्‍टर को मुठभेड़ में मार गिराया, फिर युवती के दावे से पड़ी चक्‍कर में

जेएनएन, बठिंडा। जिले के गांव गुलाबगढ़ में कुख्‍यात गैंगस्टर प्रभदीप उर्फ पब्बा पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस इस कामयाबी पर खुश थी। तभी उसके सामने ऐसी उलझन आई कि वह उसमें फंस गई। पुलिस ने प्रभदीप के परिजनों को इस बारे उसके परिजनाें को जानकारी देदी। तभी एक युवती ने उसकी पत्‍नी होने का दावा कर पुलिस को उलझन में डाल दिया।

loksabha election banner

पु‍लिस ने शुक्रवार को गैंगस्टर प्रभदीप उर्फ पब्बा को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद उसके शव को पोस्‍टमार्टम के लिए सिविल अस्‍पताल पहुंचाया गया। प्रभदीप‍ के मामा और अन्‍य परिजन शव लेने वहां आए। अचानक अमनदीप उर्फ अवरीन कौर नाम की युवती वहां पहुंची आैर शव पर अपना दावा जताया।

इससे पूरे मामले में ट्वीस्‍ट आ गया। अमनदीप ने कहा कि वह प्रभदीप की पत्‍नी है और दोनों की शादी 16 नवंबर 2015 को हुई थी। लेकिन, प्रभदीप के मामा कुलराज ने उस लड़की को पहचानने से इन्कार कर दिया। इससे मामला प‍ेचिदा हाे गया।

युवती प्रभदीप के साथ शादी का कोई सुबूत भी नहीं दिखा पाई, लेकिन उसने कहा कि उसकी शादी कराने वालाें में प्रभदीप को मामा कुलराज भी शामिल था। युवती का कहना था कि कुलराज यह नाटक प्रभदीप की पांच एकड  जमीन हथियाने के लिए कर रहा है।  अमनदीप का कहना है कि 16 नवंबर 2015 को उन दोनों ने अबोहर में लव कम अरेंज मैरिज की थी। इसके बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।

बेटे पर दर्ज किए थे झूठे केस, अत्याचारों से आ गया था तंग

उधर इ मुठभेड़ में मारे गए दूसरे युवक मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना की मां जसविंदर कौर ने अपने बेटे को बेकसूर बताया अौर पुलिस पर बेटे को थर्ड डिग्री देकर मारने का आरोप लगाया। उसने कहा, मेरे बेटे ने इतना बड़ा जुर्म नहीं किया था कि उसे गोली मार दी जाती। पुलिस उसे जिंदा पकड़ सकती थी। पुलिस ने बेटे पर झूठे केस दर्ज किया जिससे तंग आकर वह आठ महीने घर छोड़ चला गया था। उसने कहा कि मंत्री से लेकर संत्री तक के दरबार में गिड़गिड़ाई लेकिन किसी ने बेकसूर बेटे को नहीं बचाया। ज्यादा कुछ कहूंगी तो पुलिस दूसरे बेटे को भी उठा लेगी।

पांच दिन के रिमांड पर भेजे गौंडर के साथी गैंगस्टर

मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर विक्की गौंडर के दोनों साथियों हरविंदर सिंह भिंदा और गुरविंदर सिंह गिंदा को सीआइए-1 ने तलवंडी साबो की अदालत में पेश किया। अदालत से दोनों गैंगस्टर्स को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। हालांकि, पुलिस ने सात दिन का रिमांड मांगा था। सीआइए -1 के इंचार्ज इंस्पेक्टर राङ्क्षजदर कुमार का कहना है कि रिमांड के दौरान पूछताछ में दोनों गैंगस्टर्स से अहम जानकारियां मिल सकती हैं।

वहीं, पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए तीसरे गैंगस्टर अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज से पीजीआइ रेफर कर दिया गया। मुठभेड़ में मारे गए दोनों गैंगस्टर्स मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना और प्रभदीप उर्फ पब्बा उर्फ दीप के शवों का सिविल अस्पताल में मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.