त्योहारों के दिनों में नहरबंदी, 31 अक्टूबर तक संयम से बरतें पानी
नहरबंदी से शहर के कई इलाकों में तो पानी का संकट पैदा हो गया है।
सुभाष चंद्र, बठिडा : कर लो बात, त्योहारों के दिनों में नहरबंदी हो गई है! नहरबंदी से शहर के कई इलाकों में तो पानी का संकट पैदा हो गया है। जबकि अन्य क्षेत्रों में भी अगर संयम के साथ पानी का इस्तेमाल नहीं किया तो दिक्कत पैदा हो सकती है। हालांकि वाटर सप्लाई विभाग का दावा है कि उनके पास 15 दिनों का पानी स्टोर है, लेकिन इसके बावजूद कुछ एरिया में वाटर स्टोरेज की कैपेसिटी कम होने के कारण सप्लाई एक दिन छोड़कर कर दी गई है। लेकिन अन्य एरिया के लोगों को भी विभाग के दावे के बावजूद संयम के साथ पानी बरतना होगा, अन्यथा फिलहाल दोनों टाइम चल रही पानी की सप्लाई दिन में एक बार हो सकती है। इस बार नहरबंदी नहरों-रजबाहों की सफाई के लिए नहीं बल्कि मॉडल टाउन के फेस तीन और चार में सीवरेज की सुविधा के मद्देनजर गांव जोगानंद के पास नहर के नीचे सीवरेज की पाइप लाइन डाले जाने के चलते की गई है। परंतु त्योहारों के दिनों में की गई यह नहरबंदी न तो वाटर सप्लाई विभाग के तथा न ही आम लोगों के गले उतर रही है। ग्रोथ सेंटर से शुरु हुई
एक दिन छोड़कर सप्लाई
वाटर सप्लाई विभाग के अनुसार नहरी विभाग ने उन्हें 31 अक्टूबर तक नहरबंदी शुरु कर दिए जाने का पत्र भेजा है। जिसके कारण शहर के जिन वाटर वक्र्सों पर पानी की स्टोरेज कैपेसिटी कम है, वहां पर पानी की सप्लाई एक दिन छोड़कर शुरु कर दी गई है। इनमें प्रमुख तौर पर एक ग्रोथ सेंटर स्थित वाटर वर्क्स है। यहां पर पिछले तीन दिनों से वाटर सप्लाई प्रभावित होने लगी है। एक दिन छोड़कर पानी दिया जाने लगा है। जिससे इंडस्ट्रियल एरिया, हरबंस नगर, मती दास नगर, नछत्तर नगर, डबवाली रोड स्थित इंजीनियरिग कॉलेज का आसपास का इलाका शामिल है। हालांकि विभाग की ओर से शहर के अन्य इलाकों में अभी दोनों टाइम सप्लाई दी जा रही है, लेकिन इसके बावजूद लोगों को संयम से पानी के इस्तेमाल की सलाह भी दी जा रही है। त्योहार के दिनों में साफ सफाई के चलते पानी का अधिक इस्तेमाल होता है। ऐसे में दिक्कतें भी पैदा हो सकती है। बेशक अन्य टैंकों में दोनों टाइम सप्लाई देने के लिए 15 दिन का पानी स्टोर है। 65 हजार घरों को दी जाती
है 110 एमएलडी सप्लाई बठिडा शहर में इस समय 65 हजार से अधिक घरों की लगभग सवा तीन लाख लोगों की आबादी को 110 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) की सप्लाई दी जाती है। विभाग के अनुसार इतने ही पानी की डिमांड है। वाटर सप्लाई विभाग के एसडीओ रवि कुमार के अनुसार वैसे यह नहरबंदी दीपावली के बाद कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। अगर इसके बावजूद नहरबंदी नहीं टलती व आने वाले दिनों में किसी एरिया में सप्लाई नहीं पहुंचती तो वहां टैंकरों से पानी उपलब्ध करवा दिया जाएगा। सीवरलाइन डालने को की
गई है नहरबंदी : एक्सईएन
नहरी विभाग के एक्सईएन गुरजिदर सिंह बाहिया ने कहा कि जोगानंद गांव के पास नहर के नीचे से सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए यह नहरबंदी रोपड़ से की गई है। उम्मीद है दस दिनों तक सप्लाई चालू हो जाएगी।