10 हजार ईवीएम को रखने वाले वेयरहाउस का काम जुलाई तक होगा पूरा
ईवीएम को अब मिनी सचिवालय में न स्टोर कर अलग से एक रूम में स्टोर किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बठिडा : चुनाव के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम को अब मिनी सचिवालय में न स्टोर कर अलग से एक रूम में स्टोर किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से रोजगार भवन के पास खाली पड़ी जगह पर ईवीएम वेयरहाउस का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है, जिस पर 2.36 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसको जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसकी खासियत यह है कि अगर आने वाले समय में जिले में पोलिग बूथ बढ़ते भी हैं तो 50 साल तक ईवीएम को स्टोर किया जा सकता है। ईवीएम वेयरहाउस का निर्माण होने के बाद चुनावों के समय ईवीएम की होने वाली ट्रेनिग भी जिला प्रबंधकीय परिसर में होने के बजाय वहीं पर होगी। इसके साथ स्टाफ को भी सुविधा मिलेगी, वहीं अधिकारियों की भी चिता कम होंगी। इसके अलावा यहां पर सिक्योरिटी रूम भी तैयार किया जाएगा। इसलिए वेयरहाउस बनाने की पड़ी जरूरत
बठिडा में ईवीएम वेयरहाउस बनाने की जरूरत सिर्फ जगह का अभाव होने के कारण पड़ी। इस समय ईवीएम को जिला प्रबंधकीय परिसर के स्टोर रूम में रखा जाता है। जबकि वहां तक ईवीएम को पहुंचाने के लिए ट्रक नहीं पहुंच पाता था। बठिडा में जब भी चुनाव होते थे तो बेंगलूरू से आने वाले ईवीएम का बड़ा ट्राला जिला प्रबंधकीय परिसर में रास्ता छोटा होने के कारण नहीं जा पाता था। इसके चलते ट्राले को सर्किट हाउस के पास खड़ा कर आगे छोटे वाहनों से ईवीएम को जिला प्रबंधकीय परिसर पहुंचाया जाता था, जिसके साथ लेबर व समय भी ज्यादा लगता था। इसको देखते हुए बठिडा में नया ईवीएम वेयरहाउस बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया है। वेयरहाउस में स्टोर की
जाएंगी छह हजार मशीनें बठिडा में बनाए जाने वाले ईवीएम वेयरहाउस में फिलहाल छह हजार मशीनों को स्टोर किया जाएगा, जिसके साथ वीवीपैट व कंट्रोल यूनिट भी होगा। इसके लिए रैक तैयार किए जाएंगे और एक रैक में 100 मशीनें स्टोर हो सकेंगी। इसके तहत यहां पर 100 से ज्यादा रैक तैयार किए जाएंगे। वहीं बठिडा जिले में 1129 बूथ हैं और एक बूथ की दो मशीनों के हिसाब से यहां पर तैयारी की जाएगी। ज्यादा मशीनों को रखने की कर रहे तैयारी : बांसल
तहसीलदार चुनाव भारत भूषण बांसल का कहना है कि आने वाले 50 वर्षों तक बठिडा में 1300 से ज्यादा बूथ नहीं हो सकते। मगर फिर भी उनके द्वारा यहां पर ज्यादा मशीनों को रखने के लिए तैयारी की जाएगी। इसके अलावा बूथों की मशीनें तो होंगी ही, साथ में अन्य मशीनों को भी जरूरत के हिसाब से स्टोर किया जाएगा।