भ्रष्टाचार पर विजिलेंस का शिकंजा
राज्य में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए विजिलेंस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है।
साहिल गर्ग, बठिडा
राज्य में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए विजिलेंस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। जिले में वीरवार को एक ही दिन में विजिलेंस ने कई जगह जांच शुरू की। इस दौरान जहां पूर्व विधायक की ओर से पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ दी गई शिकायत की जांच शुरू की गई। वहीं जिला परिषद में हुई अनियमिताओं को लेकर भी रिकार्ड मांगा गया। इसके अलावा बठिडा-मलोट रोड पर गांव बल्लुआना में लगे टोल प्लाजा पर भी रिकार्ड की जांच की गई।
विजिलेंस ब्यूरो ने बीते समय के दौरान जिला परिषद में हुई अनियमितताओं की जांच शुरू करते हुए जिला परिषद के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखकर जरूरी रिकार्ड जमा करने का आदेश दिया है। विजिलेंस ब्यूरो को वर्ष 2021 में शिकायत मिली थी कि वर्ष 2020-21 के दौरान जिला परिषद में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। इस शिकायत के बाद विजिलेंस ने उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी से जिला परिषद के स्टाक में 2020-21 के दौरान खरीदी गई स्टेशनरी व निकासी संबंधी सरकार की तस्दीकशुदा कापियां देने का आदेश दिया है। इसके अलावा खरीदे गए सामान के संबंध में कैश बुक, बिल वाउचर व स्टाक रजिस्टर की सत्यापित प्रतियां भी जमा करने को कहा गया है। जिला परिषद का छाबड़ा पैलेस किराये पर देने संबंधी रिकार्ड भी मांगा
साल 2015 में जिला परिषद की ओर से एक व्यक्ति को छाबड़ा पैलेस किराए पर देने के मामले में भी जांच शुरू कर दी गई है। विजिलेंस ब्यूरो ने पैलेस को किराए पर देने संबंधी मुकम्मल रिकार्ड व जिला परिषद को पैलेस के किराए का भुगतान न करने के संबंध में पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में दायर केस की सत्यापित प्रतियां, वर्ष 2020-21 के दौरान छाबड़ा पैलेस के किराएदार द्वारा जिला परिषद को जमा किए गए किराये के रिकार्ड, किराया वसूली के संबंध में पारित प्रस्ताव व किराये का समझौता, पैलेस को किराए पर देने के संबंध में अपनाई गई कागजी कार्रवाई का भी रिकार्ड मांगा है। विजिलेंस विभाग को मिली शिकायत में उल्लेख किया गया है कि छाबड़ा पैलेस को उस समय के तत्कालीन अधिकारियों ने अपनी पसंद के व्यक्ति को कम किराया देकर सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।
जिला परिषद की चेयरपर्सन के पति ने किया सरकारी वाहन का इस्तेमाल, रिकार्ड तलब
विजिलेंस ब्यूरो को जिला परिषद के चेयरमैन के खिलाफ भी शिकायत मिली है। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ने तत्काल जांच शुरू कर दी है। विभाग को शिकायत मिली कि जिला परिषद की चेयरपर्सन ने सरकारी वाहन का दुरूपयोग किया है। शिकायत में कहा गया है कि उनके पति ने सरकारी वाहन का इस्तेमाल किया। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस ने जिला परिषद के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी से अगस्त 2020 से जनवरी 2021 तक जिला परिषद चेयरमैन के आधिकारिक वाहन की लाग बुक की प्रमाणित प्रतियां देने के लिए कहा है। पूर्व वित्तमंत्री के खिलाफ माल ढुलाई के टेंडर में हेराफेरी की शिकायत पर भी जांच शुरू
पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ माल ढुलाई के टेंडर में हेराफेरी की शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है। दरअसल, बठिडा शहरी के पूर्व विधायक व भाजपा नेता सरूप चंद सिगला ने मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ माल ढुलाई टेंडरों में करोड़ों रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई है। विजिलेंस ने टेंडर घोटाले के मामले में खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों से रिकार्ड तलब किया है। सूत्रों के अनुसार टेंडरों में धोखाधड़ी के मामले में मालवा क्षेत्र के कुछ ठेकेदारों ने भी विजिलेंस से संपर्क किया है। यह वह ठेकेदार हैं, जिन्होंने ढुलाई के लिए टेंडर लेने की कोशिश की, लेकिन टेंडर नहीं मिल पाए। खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए रिकार्ड की जांच कर विजिलेंस इस मामले में वित्तमंत्री को तलब कर सकता है। डीएसपी संदीप सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद खाद्य आपूर्ति विभाग से रिकार्ड मांगा गया है। मनप्रीत के पूर्व ओएसडी पर फंड के दुरुपयोग का आरोप
विजिलेंस को पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के पूर्व ओएसडी के खिलाफ भी शिकायत मिली है। पूर्व ओएसडी के पैतृक गांव घुद्दा की मौजूदा सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपाल काका ने विजिलेंस ब्यूरो में लिखित शिकायत कर पंजाब कंस्ट्रक्शन प्रोग्राम के तहत फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने शिकायत में कहा कि पंजाब निर्माण कार्यक्रम के तहत गांव के विकास के लिए जारी फंड पूर्व ओएसडी के खेतों को बिना गांव की ग्राम पंचायत को भरोसे में लिए दे दिया गया। पंजाब मंडी बोर्ड व पंचायत विभाग के अधिकारी उस तक जाने वाली कच्ची सड़क को पक्का करते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब निर्माण कार्यक्रम के तहत राजनीतिक दबाव में फंड दिया, जिसका इस्तेमाल पूर्व ओएसडी के निजी खेतों में ट्यूबवेल का पानी पहुंचाने के लिए प्लास्टिक पाइप डालने के लिए किया। पूर्व ओएसडी ने अपने पद का दुरुपयोग किया व राजनीतिक दबाव के साथ अपने हितों को पूरा किया। वहीं पूर्व वित्त मंत्री के पूर्व ओएसडी जगतार सिंह ढिल्लों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा व निराधार बताया है। बल्लुआना टोल प्लाजा पर भी की चेकिग
विजिलेंस की टीम ने बठिडा-मलोट रोड स्थित गांव बल्लुआना में लगे टोल प्लाजा पर भी जांच की। हालांकि इस जांच के दौरान विजिलेंस की ओर से क्या कार्रवाई की गई, इसके बारे में कोई स्थिति क्लियर नहीं हो सकी। बठिडा विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी संदीप सिंह का कहना है कि वह इसके बारे में कुछ नहीं जानते। दूसरी तरफ एक दिन पहले आरटीए विभाग से भी कामर्शियल वाहनों के सर्टिफिकेट जारी करने का रिकार्ड लिया गया था जिसकी जांच की जा रही है।