सरकारी अस्पतालों में मुफ्त होगा आशा वर्कर और फेसिलिटेटरों का इलाज
प्रदेश की सभी आशा वर्कर्स और फेसिलिटेटरों को अब सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। इस संबंध में नेशनल हेल्थ मिशन के सचिव और डायरेक्टर जनरल की तरफ से सेहत विभाग को हिदायतें जारी कर दी है।
जासं,बठिडा : प्रदेश की सभी आशा वर्कर्स और फेसिलिटेटरों को अब सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। इस संबंध में नेशनल हेल्थ मिशन के सचिव और डायरेक्टर जनरल की तरफ से सेहत विभाग को हिदायतें जारी कर दी है। एनएचएम सचिच की तरफ से जारी निर्देशों अनुसार एक साल से कम सेवा करने वाली आशा वर्करों व फेसिलिटेटर्स को ओपीडी (बिना अस्पताल एडमिट होने) इलाज कराने और एक साल से अधिक सेवा करने पर सरकारी अस्पताल में दाखिल होने पर सारा इलाज मुफ्त किया जाएगा।
आशा वर्कर व फेसिलिटेटर्स यूनियन ने इस सरकारी फरमान को संघर्ष की आंशिक तौर पर जीत करार दिया है। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग के कामों में फ्रंटलाइनर्स के रुप में सेवा निभाने वाली आशा वर्करों व फेसिलिटेटर्स को अपने खुद के इलाज हेतु कर्ज उठाना पड़ता था। उन्होंने इस फेसले को देर आए दुरुस्त आए करार देते हुए आशा वर्करों व फेसिलिटेटर्स को किरत कानूनों को घेरे में लाकर सुविधा पूरे परिवार को देने की मांग उठाई है। गौर हो कि सेहत विभाग इससे पहले पंजाब की सभी आशा वर्कर और फेसिलिटेटरों को एडिशनल इंसेंटिव देने का फेसला किया था। इसके तहत एक आशा वर्कर को एक हजार रुपये प्रति माह और फेसिलिटेटरों को 500 रुपये प्रतिमाह का एडिशनल इंसेंटिव मिलेगा। पंजाब की 25 हजार आशा वर्करों व फेसिलिटेटर्स को दिन-रात मेहनत करने के बावजूद नाममात्र मेहनताना दिया जाता है।