शिअद रैली के लिए बसें देने से निजी ट्रांसपोर्टर्स का इंकार
शिअद की फरीदकोट रैली के लिए निजी ट्रांसपोर्टर्स ने अपनी बसें देने से इंकार कर दिया है।
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : शिअद की फरीदकोट रैली के लिए निजी ट्रांसपोर्टर्स ने अपनी बसें देने से इंकार कर दिया है। शनिवार को हुई बैठक के दौरान निजी बस आपरेटरों ने यह फैसला किया। अधिकतर निजी ट्रांसपोर्टर्स का कहना था कि जिस तरह के हालात बने हुए हैं, उसके चलते दो-तीन हजार रुपये के लालच में 20 लाख रुपये की बस के नुकसान का रिस्क नहीं लिया जा सकता। ट्रांसपोर्टर्स की ओर से यह फैसला बरगाड़ी में मोर्चा लगाए बैठे पंथक संगठनों के फरीदकोट रैली के कड़े विरोध की घोषणा के बाद लिया गया। ब¨ठडा में पंथक नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर स्पष्ट कह दिया है कि वह फरीदकोट रैली का कड़ा विरोध करेंगे। उनकी इस घोषणा के बाद न केवल निजी ट्रांसपोर्टर्स में बल्कि शिअद कार्यकर्ताओं में बेचैनी पैदा हो गई है। हालांकि इसके बावजूद शिअद नेता अपने-अपने दफ्तरों में वर्करों की ड्यूटियां लगाते हुए नजर आए। शनिवार को मालवा बस आपरेटर यूनियन की अपने कार्यालय में रैली के लिए बसों को लेकर अहम बैठक की गई। जिसमें काफी संख्या में निजी बस आपरेटरों ने भाग लिया। इस दौरान यूनियन के मालवा कन्वीनर बलतेज ¨सह ने कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ कोई विरोध नहीं है। शिअद की ओर से उनसे बसों की मांग की गई थी। लेकिन जिस तरह के हालात बनते आ रहे हैं, उससे अपनी प्रॉपर्टी के नुकसान की ¨चता होने लगी है। मिनी 14 तो बड़ी बस करीब 20 लाख रुपये की आती है। अगर किसी भी शरारती तत्व ने कोई हरकत कर दी तो लाखों रुपये का नुकसान हो जाएगा। जबकि दो-तीन हजार रुपये किराया मिलना है। इसलिए वे अपनी बसें रैली के लिए नहीं दे सकते। बैठक में जगतार ¨सह, खुशकरन ¨सह, सरबजीत ¨सह आदि ट्रांसपोर्टर भी शामिल थे।