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फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमानत करवाने वाले गिरोह के तीन सदस्य काबू

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों की जमानत करवाने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को काबू किया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 12:12 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 06:08 AM (IST)
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमानत करवाने वाले गिरोह के तीन सदस्य काबू
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमानत करवाने वाले गिरोह के तीन सदस्य काबू

जीवन जिंदल, रामपुरा फूल : पुलिस थाना रामपुरा सिटी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों की जमानत करवाने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को काबू किया है, जबकि गिरोह के अन्य छह सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपितों को माननीय अदालत में पेश कर चार दिनों का पुलिस रिमांड लिया गया है।

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पुलिस थाना रामपुरा सिटी के थाना प्रभारी हरबंस सिंह ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें सूचना मिली थी कि उक्त आरोपित लोगों की जमीन की जमाबंदी का रिकॉर्ड निकालकर उसके आधार पर फर्जी आधार कार्ड तैयार करने के बाद विचाराधीन आरोपितों की फर्जी अदालत से फर्जी जमानत करवाते है।

सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने नाकाबंदी कर गिरोह के तीन लोगों गुरप्यार सिंह पुत्र दरबारा सिंह निवासी गांव भदौड़, सुरेंद्र सिंह उर्फ दविद्र सिंह पुत्र गुलाब सिंह निवासी गांव दराज तथा अमन कुमार पुत्र मोहन लाल निवासी भदौड़ को काबू किया गया। आरोपितों के पास से एक दर्जन के करीब फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए है। आरोपितों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने कर्मजीत सिंह पुत्र सुखदेव सिंह निवासी गांव दराज, जगतार सिंह पुत्र जंटा सिंह, बलवंत सिंह पुत्र छोटा सिंह दोनों निवासी भदौड़, मनीष कुमार पुत्र धर्म चंद निवासी बरनाला, पवन तथा सीमा दोनों निवासी बठिडा पर मामला दर्ज किया गया। करीब छह महीने से करते थे यह काम

थाना प्रभारी हरबंस सिंह ने बताया कि उक्त आरोपित करीब छह महीने से फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके आधार पर माननीय अदालत से लोगों की जमानत करवाने का काम करते आ रहे थे। वे अब तक बठिडा सहित जिले की विभिन्न अदालतों से तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की जमानत करवा चुके थे।

बठिडा निवासी भाई-बहन करवाते थे ग्राहकों से संपर्क

थाना प्रभारी ने बताया कि बठिडा निवासी भाई-बहन पवन तथा सीमा जमानत करवाने के इच्छुक लोगों से आरोपितों की मुलाकात करवाते थे। सौदा तय होने के बाद आरोपित लोगों की जमीन की जमाबंदी निकालकर उसके आधार पर बरनाला स्थित एक कैफे से अपनी फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड तैयार करवा लेते थे। इसके बाद उक्त दस्तावेजों को अदालत में पेश कर उनके आधार पर आरोपित की जमानत करवाते थे।


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