कर्मियों को कोरोना होने के फर्जी पत्र ने बठिडा पुलिस के उड़ाए होश
जिले में अभी तक कोरोना वायरस से पीड़ित किसी भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।
जासं,बठिडा : जिले में अभी तक कोरोना वायरस से पीड़ित किसी भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोमवार सुबह सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पत्र ने जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस के भी होश उड़ा दिए। यह पत्र मानसा पुलिस के एक उच्चाधिकारी के नाम पर जारी किया गया था। इसमें लिखा गया कि बठिडा पुलिस में तैनात एक पुलिस कर्मचारी को कोरोना वायरस हो गया है, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस पत्र में बठिडा में एक पुलिस मुलाजिम को कोरोना वायरस का पॉजिटिव बताकर उसके साथ रहे मानसा के दूसरे मुलाजिमों को 14 दिनों तक कमरे में बंद रहने की हिदायत दी गई है।
दूसरी तरफ इस पत्र को पुलिस प्रशासन ने गलत करार दिया है। एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने स्पष्ट किया कि बठिडा में जो पुलिस मुलाजिम संदिग्ध पाया गया था उसके सैंपल की रिपोर्ट सोमवार की सुबह पटियाला जांच के लिए भेजी गई है व इसमें अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। इस स्थिति मे पत्र के अंदर जो जानकारी दी गई है वह तथ्यों से परे हैं व इसमें किसी तरह क सच्चाई नहीं है। उक्त कर्मचारी आनंदपुर साहिब में मेले में ड्यूटी देकर लौटा था व उसे सास लेने में दिक्कत आ रही थी। इसके बाद उसे बठिडा सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मानसा पुलिस प्रशासन के एक अधिकारी के नाम पर 22 मार्च को एक पत्र जारी होने का दावा कर उसे सोशल मीडिया में वायरल किया गया था। इस पत्र में बताया गया था कि बठिडा के एक पुलिस मुलाजिम के साथ मानसा के कुछ पुलिस मुलाजिम कमरे में इकट्ठे रहे थे। इसमें बठिडा के पुलिस मुलाजिम की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके चलते उसके साथ रहे दूसरे मुलाजिमों को 14 दिनों तक कमरों में बंद रहने की हिदायत दी है। दूसरी तरफ मानसा पुलिस प्रशासन की तरफ से जारी इस पत्र पर बठिडा के एसएसपी ने स्पष्ट किया है कि बठिडा में अभी तक किसी भी पुलिस मुलाजिम को कोरोना वायरस के ग्रस्त नहीं पाया गया है।गत दिवस रविवार को बठिडा सिविल अस्पताल में तीन लोगों को कोरोना संदिग्ध पाया जाने पर दाखिल किया गया था। इसमें दो पति-पत्नी न्यूजीलैंड से लौटकर आए थे जबकि तीसरा व्यक्ति पुलिस मुलाजिम आनंदपुर साहिब में होला महल्ला मेले में ड्यूटी करके वापिस लौटा था।