डीसी आवास आगे प्रदर्शन के बाद घेरा बस स्टैंड, यात्री हुए परेशान
छठे पे कमिशन के विरोध में रविवार को संयुक्त अध्यापक फ्रंट के तत्वाधान में प्रदेश भर के शिक्षकों ने डीसी आवास के आगे रोष रैली की। प्रदेश के विभिन्न जिलों से रविवार सुबह ही टीचर बठिडा के मिनी सचिवालय के बाहर जुटने लगे।
संस, बठिडा : छठे पे कमिशन के विरोध में रविवार को संयुक्त अध्यापक फ्रंट के तत्वाधान में प्रदेश भर के शिक्षकों ने डीसी आवास के आगे रोष रैली की। प्रदेश के विभिन्न जिलों से रविवार सुबह ही टीचर बठिडा के मिनी सचिवालय के बाहर जुटने लगे। जहां पर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष धरना देने के बाद दोपहर बाद शहर में रोष मार्च करते हुए बस स्टैंड के बाहर चक्का जमा किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान प्रदेश भर से पहुंचे टीचरों ने तीन बजे से चार बजे बस स्टैंड के मेन गेट के बाहर बैठकर रोष धरना शुरू कर दिया। करीब एक घंटे तक बस स्टैंड जमा रहने के चलते पूरी ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई। वहीं आम राहगीरों के साथ-साथ बस यात्रियों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी। चक्का जाम के कारण सड़क पर वाहनों का लंबा जाम लग गया, वहीं बस स्टैंड से बाहर जाने और अंदर जाने वाली बसों का आवाजाही नहीं होने के कारण बस यात्रियों को पैदल चलकर जाना पड़ा। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक रूट डायवर्ट कर दिए थे, लेकिन लोगों को फिर भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं भीषण गर्मी के इस मौसम में आम जनता के साथ-साथ प्रदर्शनकारी अध्यापक भी काफी परेशान दिखे। ज्यादातर महिला अध्यापक ने छाता लेकर गर्मी से बचते दिखाई दिए। करीब एक घंटे तक बस स्टैंड पर चक्का जाम करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने सवा चार बजे डीसी के घर का घेराव कर लिया और वहां पर रोष धरना शुरू कर दिया। इसके बाद में देर शाम तक सर्किट हाउस में बैठक चलती रही। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा जब तक डीसी बठिडा बाहर आकर उनका मांग पत्र नहीं लेते, उनका रोष धरना जारी रहेगा।
पंजाब सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप
इस दौरान अध्यापक नेता दिगविजेपाल शर्मा, विकास गर्ग रामपुरा, जोगिद्र सिंह व राज्यपाल खनोरी ने पंजाब सरकार की निदा करते हुए कहा कि घर घर रोजगार का वादा कर सत्ता में आई सरकार ने मुलाजिमों की नौकरी छिनने का कार्य शुरू कर दिया है। नेताओं ने कहा कि वित्त विभाग ने वेतन कमीशन द्वारा दिसंबर 2011 के बाद मुलाजिमों को मिले ग्रेड पे के लाभ को छीनने के लिए 2.59 के गुणांक को 2.25 के गुणांक में बदल दिया है। इसे 3.74 किया जाए। कच्चे अध्यापक व ठेके पर रखे अध्यापकों का पक्का किया जाए। नई पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करे। डीए की किश्तें बहाल करते हुए पेडिग डीए की बकाया राशि जारी करे। नई शिक्षा नीति को रद्द किया जाए। इस दौरान स्वर्ण सिंह औजला, जसविदर बठिडा, रेशम सिंह, जगरूप लेहरा, जगप्रीत सिंह, स्वर्णजीत सिंह, वीरपाल कौर, मनदीप सिंह, एकम उंकार सिंह, रंग सिंह, अमरजीत सिंह, जगप्रीत सिंह, भी शामिल थे।