बठिंडा के केंद्रीय विवि में छात्र की मौत पर बवाल, विद्यार्थियों ने हाईवे किया जाम
बठिंडा के केंद्रीय विश्वविद्यालय में बिहार के एक छात्र की मौत हो गई। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही के कारण छात्र की जान गई।
जेएनएन, बठिंडा। केंद्रीय विश्वविद्यालय में सोमवार रात को समय पर उपचार न मिलने से एमएससी के छात्र सुशांत सागर जायसवाल की मौत हो गई। साथी की मौत से गुस्साए छात्रों ने बठिंडा-मानसा हाईवे को चार घंटे तक जाम कर दिया। उन्होंने वीसी और कैंपस डिस्पेंसरी की डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर उनके इस्तीफे की मांग की। शशांक बिहार के सहरसा का रहनेवाला था।
जाम की सूचना मिलने पर डीएसपी देहाती गोपाल चंद तीन थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। बाद में एसडीएम बलविंदर सिंह भी वहां पहुंचे। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को मान लिया जाएगा। इसके बाद छात्रों ने धरना हटाया।
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जानकारी के अनुसार शशांक सागर बिहार के सहरसा शहर के मोहल्ला तिवारी टोला का रहने वाला था। वह केंद्रीय विवि में एमएससी बायो केमिस्ट्री के फाइनल ईयर का छात्र था। उसे इसी साल बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द इयर अवार्ड भी मिला था। साथियों ने बताया कि सोमवार रात करीब आठ बजे शशांक बास्केटबॉल खेल रहा था। खेलते हुए वह गिर गया। उसे तुरंत यूनिवर्सिटी की डिस्पेंसरी में लेकर गए।
छात्र की माैत के विरोध में जाम लगाते विद्यार्थी।
छात्रों ने कहा कि डिस्पेंसरी में उपचार के लिए उपकरण नहीं थे। डॉक्टर ने भी शशांक के उपचार में लापरवाही बरती। यूनिवर्सिटी की अपनी एंबुलेंस है, लेकिन शाम को उसका ड्राइवर करीब 12 किलोमीटर दूर अपने घर चला जाता है। जब तक ड्राइवर को कॉल पर बुलाया गया, शशांक 45 मिनट वहीं तड़पता रहा। अंत में उसे मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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'' मामले में गलती हुई है। एंबुलेंस के ड्राइवर को सस्पेंड करके जांच की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- आरके कोहली, कुलपति।
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जांच के बाद आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया है। रिपाेर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
- गोपाल चंद, डीएसपी देहाती, बठिंडा।