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कचरा प्लांट हटाने को लेकर शुरू किया संघर्ष

लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही ब¨ठडा-मानसा रोड पर स्थापित कचरा प्लांट का मामला अब फिर उठने लगा हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 08:21 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 08:21 PM (IST)
कचरा प्लांट हटाने को लेकर शुरू किया संघर्ष
कचरा प्लांट हटाने को लेकर शुरू किया संघर्ष

संवाद सहयोगी, ब¨ठडा : लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही ब¨ठडा-मानसा रोड पर स्थापित कचरा प्लांट का मामला अब फिर उठने लगा हैं। इस कचरा प्लांट को तबदील करवाने के लिए 'कूड़ा डंप हटाओ मोर्चा' चाहे लगातार इसके खिलाफ संघर्ष करता रहा है, परन्तु समय की सरकारों की ओर से किए गए गुमराह के बाद अब इसके आसपास की बस्तियों के लोगअकाली-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस सरकार दोनों ही खफा दिखाई दे रहे हैं। एक बार फिर इन इलाकों के लोग 'कूड़ा डं हटाओ मोर्चा' के नेतृत्व में वीरवार को डिप्टी कमिश्नर परनीत को मिले हैं और इसको जल्द से जल्द तबदील करवाने का मामला उठाया। डिप्टी कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि वह नगर निगम कमिश्नर के साथ बातचीत करेंगे।

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'कूड़ा डंप हटाओ मोर्चा'के कन्वीनर डॉ. जीत ¨सह जोशी, सुखदेव ¨सह गिल, रणजीत ¨सह जलाल, विक्रम धींगड़ा, बल¨वदर वालिया, सोहन ¨सह जवंदा, कैप्टन मल्ल ¨सह, रूप ¨सह और एडवोकेट राज¨वदर ¨सह सिद्धू ने डीसी को दिए मांग पत्र में कहाकि घनी आबादी में कचरा प्लांट स्थापित कर दिया हैं, जिसके साथ इसके आसपास के लगभग दो दर्जन के करीब बस्तियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी कारण लोगों का जीना दूभर हो चुका हैं। उन्होंने कहाकि सरकारों द्वारा लगातार इस स्थापित किये गए कचरा प्लांट के बारे में गुमराह किया जाता रहा हैं, जिस कारण आसपास की बस्तियों के लोग इसके साथ मुश्किलें में आ गए हैं और कई बीमारियों की लपेट में आ चुके हैं। लोगों के विरोध के बावजूद सभी नियम कानूनों का उल्लंघन करके लगाया यह कचरा प्लांट चारों तरफ बदबू और बीमारियों को फैला रहा है। यह कचरा प्लांट पूर्व सरकार के कुछ आधिकारियों ने झूठे हल्फिया बयान देकर स्थापित किया हैं। इसके नजदीक पंजाबी यूनिवर्सिटी रिजनल सैंटर हैं, जबकि सेंट्रल यूनिवर्सिटी भी इसके नजदीक हैं। इसके इलावा धार्मिक संस्थान भी काफी हैं, पंरतु इसकी बदबू के कारण मुश्किलें हर जगह अधिक रही हैं। प्लांट निरंतर बीमारियों को न्योता दे रहा हैं। इसके संबंध में मनप्रीत ¨सह बादल के साथ भी मुलाकात की जा चुकी हैं। वह बार बार इस प्लांट को घनी जनसंख्या से दूर लेकर जाने के लिए वायदा करते आ रहे हैं, परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहाकि यदि उनकी इस मांग का हल न किया गया तो वह संघर्ष को ओर तेज करेंगे।


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