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टी¨चग प्रेक्टिस का समय बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन

स्कूलों में लगने वाली टी¨चग प्रेक्टिस के विरोध में डीएलएड विद्यार्थियों की ओर से जिला प्रबंधकीय काम्पलेक्स के गेट पर प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 08:34 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 08:34 PM (IST)
टी¨चग प्रेक्टिस का समय बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन
टी¨चग प्रेक्टिस का समय बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, ब¨ठडा : स्कूलों में लगने वाली टी¨चग प्रेक्टिस के विरोध में डीएलएड विद्यार्थियों की ओर से जिला प्रबंधकीय काम्पलेक्स के गेट पर प्रदर्शन किया गया। जिस दौरान वहां पर तैनात पुलिस ने विद्यार्थियों को काम्पलेक्स के अंदर जाने से रोकने के लिए गेट को ही बंद कर दिया। जिसके चलते यहां पर आने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई और उनको दूसरे रास्तों से काम्पलेक्स के अंदर जाकर अपने काम करवाने पड़े। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर आकर मांग पत्र लेने के बाद विद्यार्थियों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इस दौरान विद्यार्थियों ने बताया कि स्कूलों में लग रही टी¨चग प्रेक्टिस पहले 60 दिनों की लगाई जाती है, जिसका अब समय बढ़ा कर 117 दिन साल दूसरा व 115 दिन साल पहले का कर दिया, जिसको पहले जितना ही यानि की 60 दिनों का ही करना चाहिए। इसके अलावा टी¨चग का समय बढ़ाने के साथ उनके कोर्स का समय भी बढ़ जाएगा, जिसके चलते पहले सेशन अगस्त या सितंबर तक खत्म हो जाता था, मगर अब यह सेशन दिसंबर तक जाएगा, जिसके साथ अगला पूरा साल बर्बाद हो जाएगा और उनको अन्य किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटियों में दाखिला नहीं मिलेगा। इसी प्रकार हर टीपी में उनके अध्यापक देखरेख करते हैं, लेकिन फिर भी इसकी कोई प्रोविजन नहीं है, जिसके चलते टीपी में उनको उनके ही अध्यापक प्रोवाइड करवाए जाएं।

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उन्होंने कहा कि टीपी का समय नवंबर से अप्रैल तक का है, इस दौरान फरवरी व मार्च तक बच्चों के पेपर हो हैं और अप्रैल में बच्चों के दाखिले चलते हैं, जिस कारण उनकी टी¨चग की सही ढंग से प्रेक्टिस नहीं हो पाती। यहीं नहीं दूर दराज के बच्चे भी पीजी में रहते हैं, जिनको अब एकदम से अपने जिलों में भेजा जा रहा है और दिसंबर में फिर डाइट बुलाया जा रहा है, जिसके साथ बच्चों को मुश्किलें आ रही हैं। वहीं डाइट का समय हफ्ते में छह दिन कर दिया गया है, जिसमें सर्दियों व गर्मियों की छुट्टियां शामिल नहीं हैं, अगर डाइटों का समय स्कूल वाला किया जा रहा है तो डाइट में छुट्टियां भी स्कूलों के जैसे ही होनी चाहिए। इसके साथ उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह संघर्ष करेंगे और 61वें दिन की हाजिरी डाइट में ही लगाई जाएगी।


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