वित्तमंत्री का विरोध करने पहुंचे ठेका मुलाजिमों और पुलिस में धक्का-मुक्की
बठिडा में शनिवार को ठेका मुलाजिमों ने जमकर हंगामा किया।
जागरण संवाददाता, बठिडा: बठिडा में शनिवार को ठेका मुलाजिमों ने जमकर हंगामा किया। वह वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए थे, जिनको पुलिस ने पकड़ कर बसों में बंद कर दिया। इस दौरान पुलिस के साथ हुई धक्कामुक्की के बीच कई ठेका मुलाजिमों की पगड़ियां तक उतर गई।
दरअसल, वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल भागू रोड स्थित एक पार्क का उद्घाटन करने के लिए आ रहे थे। ठेका मुलाजिमों को जब इसकी सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंच गए। उन्होंने वित्तमंत्री के आने से पहले ही हंगामा कर दिया। उनके द्वारा जब समागम वाली जगह पर धरना लगाया गया तो पुलिस ने उनको पहले धरना हटाने की बात की, लेकिनठेका मुलाजिम धरना लगाने पर अड़े रहे। ऐसे में पुलिस मुलाजिमों ने उनको जबरदस्ती वहां से हटाना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को थाना सिविल लाइन के एसएचओ रविद्र सिंह की अगुआई में पुलिस ने पकड़ कर वहां से हटा दिया। इस दौरान ठेका मुलाजिमों की पुलिस के साथ काफी धक्का मुक्की भी हुई, जिसमें कई मुलाजिमों की पगड़ियां भी उतर गई। पुलिस की ओर से ठेका मुलाजिमों को पकड़ गर थर्मल थाने में नजरबंद कर दिया गया। मुलाजिमों का आरोप, पक्का करने के वादे से भाग रही सरकार
मुलाजिमों ने आरोप लगाया कि वह कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा उनकी किसी भी मांग को आज तक पूरा नहीं किया गया। यूनियन के राज्य प्रधान वरिदर सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार ने 2017 के चुनावों से पहले मुलाजिमों से वादा किया था कि उनको पक्का कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक इसको पूरा नहीं किया गया। यहां तक कि जिन 36 हजार मुलाजिमों को पक्का करने की बात की जा रही है, उनमें वह किसी भी कैटेगरी में नहीं आते। मुलाजिमों ने विधायक कांगड़ का भी किया विरोध
ठेका मुलाजिमों ने बठिडा में वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का विरोध करने के अलावा गांव लहरा मोहब्बत में रामपुरा के विधायक गुरप्रीत सिंह कांगड़ का भी विरोध किया। कांगड़ किसी काम के लिए जा रहे थे तो ठेका मुलाजिमों ने गांव लहरा मोहब्बत के थर्मल प्लांट के गेट पर बठिडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर धरना लगाकर सड़क को बंद कर दिया। इस दौरान ठेका मुलाजिमों ने विधायक कांगड़ के साथ कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने को लेकर बातचीत भी की, लेकिन वह उनका कोई जवाब नहीं दे सके और मुलाजिमों के विरोध को देखते हुए वापस लौट गए।