बेरोजगार बीएड अध्यापकों का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
भारी बारिश के बाद भी रोष प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों को मांगपत्र दिया गया।
संस, बठिडा : बेरोजगार बीएड अध्यापकों की ओर से रोजगार की मांग को लेकर रविवार को दिन में भारी बारिश के बाद भी रोष प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों को मांगपत्र दिया गया। इस दौरान अध्यापकों की ओर से अपनी मांगों संबंधी पहले टीचर होम में मीटिग की गई। इसके बाद रोष प्रदर्शन करते हुए वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर के पास पहुंचे। लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से पहले ही बेरिकेड्स लगा दिए गए। जिस कारण सभी बेरोजगार बीएड अध्यापकों को वहीं पर रोक लिया गया। इस दौरान ही अध्यापकों की ओर से पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से इतना समय बीत जाने के बाद भी चुनाव से पहले किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस समय राज्य के बड़ी संख्या में सरकारी स्कूल अध्यापकों की कमी से जूझ रहे हैं। लेकिन सरकार की ओर से खाली पडे़ पदों को भरा नहीं जा रहा है। वहीं इस समय पर पंजाब में करीब 50 हजार बीएड बेरोजगार अध्यापक हैं जोकि सभी विषयों पर अध्यापक भर्ती की सभी शर्तों को पूरा कर रहे हैं। सभी टेट पास हैं, लेकिन फिर भी उनकी रेगुलर भर्ती नहीं की जा रही। उन्होंने मांग की कि शिक्षा विभाग की ओर से खाली पड़े पदों को इश्तेहार जारी किया जाए, राजस्थान, हरियाणा व हिमाचल प्रदेशों की तरह उम्र की सीमा 42 साल से बढ़ाकर 47 साल की जाए, पंजाब की ओर से मास्टर केडर की भर्ती के जून 2018 में बनाए गए नए नियम, जिसमें ग्रेजुऐशन में हर उम्मीदवार की 55 प्रतिशत नंबरों की शर्त को रद कर बीएड की प्रतिशतिता निर्धारित की जाए। सरकारी स्कूलों में 58 साल अध्यापन करने के बाद एक्सटेंशन लेकर पढ़ा रहे अध्यापकों को फार्ग कर इस पालिसी को रद किया जाए।