क्वारंटाइन सेंटर में उड़ रही शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां
शारीरिक दूरी की नसीहत देते नहीं थकते लेकिन संदिग्धों के लिए बनाए क्वारंटाइन सेंटरों में हालात इससे उलट हैं। वहां पर साफ-सफाई का बुरा हाल है।
जासं, बठिडा : सरकार व प्रशासन आम लोगों को तो शारीरिक दूरी की नसीहत देते नहीं थकते लेकिन संदिग्धों के लिए बनाए क्वारंटाइन सेंटरों में हालात इससे उलट हैं। वहां पर साफ-सफाई का बुरा हाल है। साथ ही वहां पर संदिग्ध को भी इकट्ठे रखा जा रहा है। इसके कारण कोरोना नेगेटिव मरीजों को भी कोरोना वायरस का खतरा बना रहता है। बठिडा के मेरिटोरियस स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर के अंदर भर्ती एक मरीज ने वीडियो बनाकर दैनिक जागरण टीम को भेजी। वीडियो में दिखाया कि क्वारंटाइन सेंटर में शारीरिक दूरी का कोई नियम लागू नहीं है क्योंकि एक कमरे में 6-6 लोगों को भर्ती किया गया है। जब एक मरीज को छुट्टी कर दी जाती है तो नए को उसकी जगह उनके कमरे में भर्ती कर दिया जाता है। इसके अलावा खाने के समय सभी मरीजों को एक लाइन में खड़े कर दिया जाता है। उस समय सभी संदिग्ध एक-दूसरे के साथ जुड़कर खड़े होते हैं। क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती मरीजों ने कहा कि सेंटर में सफाई का कोई प्रबंध नहीं है। वहां पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। जो भी पानी की बोतलें खाली हो रही हैं, उनको वहीं पर ही फेंक दिया जाता है। उनको कोई भी उठाता नहीं। इस कारण बोतलों ढेर लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सेंटर के शौचालयों में पानी का कोई प्रबंध नहीं है। इस कारण उनको परेशानियों का सामना करना पड़ता है।