मुख्यमंत्री के संदेश के बाद हरकत में आए प्राइवेट अस्पताल
कर्फ्यू के बाद से बंद चले आ रहे निजी अस्पताल संचालक मुख्यमंत्री के संदेश के बाद हरकत में आ गए हैं।
प्रीतपाल सिंह, गोनियाना मंडी : कर्फ्यू के बाद से बंद चले आ रहे निजी अस्पताल संचालक मुख्यमंत्री के संदेश के बाद हरकत में आ गए हैं। इसके बारे में जानने के लिए जब प्राइवेट अस्पतालों का दौरा किया तो बहुत ज्यादा अस्पताल बंद ही नजर आए और कुछ ने दिखावे के लिए सिर्फ अपना क्लीनिक का शटर उठाकर रख दिया। जब वहां पर जाकर पूछा गया कि चेकअप चल रहा है तो उन्होंने कहा कि आज से ही हमने ओपीडी शुरू की है। साथ ही में उनके कर्मचारी कह रहे थे कि ओपीडी का समय सुबह 7 से 10 तक ही है। इन बातों से पता चलता था कि संदेश आने से पहले अस्पताल मरीजों का चेकअप नहीं कर रहे थे। यहां तक भी सुनने को मिला है कि डॉक्टर मरीजों को हाथ तक नहीं लगा रहे और दूर से ही मेडिसन दे रहे हैं।
जब इस समस्या के बारे में आइएमए गोनियाना के पूर्व प्रधान डॉक्टर गुरचरण सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि जब हमें कोई उच्च अधिकारी डीसी, एसएमओ और जिला प्रशासन से आदेश आएगा तो अस्पताल खुल जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कर्फ्यू के चलते स्टाफ भी नही आ रहा। गत दिवस मुख्यमंत्री का संदेश टीवी में देखा। इससे लगता हैं कि डॉक्टर ओपीडी शुरू कर देंगे।
जब इसके बारे मे आइएमए गोनियाना के पूर्व मेंबर सुखमनी नर्सिंग होम के डॉक्टर वीजा मल से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि पहले सरकार की तरफ से हिदायत थी कि ओपीडी बंद कर इमरजेंसी ही देखी जाए ताकि भीड़ कम हो। लेकिन कर्फ्यू के दौरान भी उन्होंने अस्पताल में इमरजेंसी मरीजों को अपनी सेवाएं जारी रखी थी।