Move to Jagran APP

कोरोना के बीच प्राइमरी स्कूलों ने बुलाई अभिभावक मिलनी

सरकारी स्कूलों में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। आए दिन किसी न किसी सरकारी स्कूल के अध्यापक या विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 05:41 AM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 05:41 AM (IST)
कोरोना के बीच प्राइमरी स्कूलों ने बुलाई अभिभावक मिलनी
कोरोना के बीच प्राइमरी स्कूलों ने बुलाई अभिभावक मिलनी

ज्योति बबेरवाल, बठिडा : सरकारी स्कूलों में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। आए दिन किसी न किसी सरकारी स्कूल के अध्यापक या विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं। पिछले दस दिनों में पांच से ज्यादा सरकारी स्कूलों में 35 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जिसके कारण सेहत विभाग की चिता बढ़ती जा रही है और वह इस कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए योजनाएं बना रहा है। लेकिन शिक्षा विभाग अभिभावक मिलनी समारोह आयोजित करके खुद ही कोरोना को न्यौता दे रहा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना केसों के मद्देनजर पंजाब सरकार भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए एक मार्च से कुछ पाबंदियां लागू करने जा रही है, ताकि कोरोना वायरस ज्यादा न फैल सके। लेकिन शिक्षा विभाग ने स्वयं सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए दो मार्च को जिले के सभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में अभिभावकों के मिलनी मिलनी प्रोग्राम को रखा है, ताकि वे विद्यार्थियों की परफार्मेंस के बारे में उनके अभिभावकों को बता सकें। ऐसे में शिक्षा विभाग की तरफ से खुद स्कूलों में लोगों की भीड़ एकत्र करने का यह फैसला कोरोना वायरस को दावत देने जैसा है। ऐसे समय में विभाग की तरफ से जिले के सभी सरकारी स्कूलों में बुलाई गई अभिभावक मिलनी समझ से बाहर है।

loksabha election banner

----------

अब तक इन स्कूलों में मिले हैं केस

पिछले दिनों कई स्कूलों में बच्चे व अध्यापक कोरोना पाजिटिव मिले। जिले के कटार सिंह वाला सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12 विद्यार्थी व एक अध्यापक कोरोना संक्रमित पाए गए। वहीं बलुआणा सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक, गांव त्योना के सरकारी स्कूल में एक अध्यापक व माल रोड के सरकारी ग‌र्ल्स स्कूल में दस अध्यापक कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं।

------

ऐसे आयोजन गलत, गुरेज करें

आइएमए बठिडा के सचिव डा. रविकांत गुप्ता का कहना है कि जिस तरह स्कूलों में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। उसे देखते हुए इस तरह के आयोजन से गुरेज करना चाहिए। पेरेंटस एसोसिएशन के प्रधान गुरविदर शर्मा ने कहा कि इस तरह के आयोजन गलत हैं। यह आयोजन नहीं होने चाहिए। नौजवान वेलफेयर सोसायटी के प्रधान सोनू महेश्वरी ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में कोरोना से बचाव के नियमों का कोई पालन नहीं हो रहा है। प्राइमरी स्कूलों को बंद ही रखना चाहिए।

-----

अभिभावक मिलनी में बच्चों की पढ़ाई संबंधी होती है चर्चा

वहीं अभिभावक मिलनी में अभिभावक अपने बच्चों को लेकर स्कूल अध्यापक से बच्चों की पढ़ाई संबंधी बात करते हैं। जिससे पता चलता है, कि उनका बच्चा कौन से विषय में कमजोर है, लेकिन इसमें बच्चों को साथ लेकर आना होता। जिस कारण कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक होता है। लेकिन फिर भी शिक्षा विभाग द्वारा यह फैसला लिया गया है।

-------

बच्चों की कारगुजारी उनके अभिभावकों को बतानी बेहद जरूरी है। इसलिए यह मीटिग रखी गई है। हमारी कोशिश है कि मीटिग में कोरोना संबंधी गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा जाए।

शिवपाल गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.