निगम हाउस की बैठक की तैयारी, पारित होंगे 13 सितंबर के पेंडिग प्रस्ताव
अपनी समय अवधि समाप्त होने से पहले अकाली-भाजपा शासित नगर निगम हाउस द्वारा संभवत अंतिम जनरल हाउस की बैठक करने की तैयारी इन दिनों चरम पर दिखाई पड़ रही है।
सुभाष चंद्र, बठिडा
अपनी समय अवधि समाप्त होने से पहले अकाली-भाजपा शासित नगर निगम हाउस द्वारा संभवत अंतिम जनरल हाउस की बैठक करने की तैयारी इन दिनों चरम पर दिखाई पड़ रही है। इससे पहले एफएंडसीसी की बैठक की तैयारी की जा रही है। हालांकि नगर निगम के मेयर बलवंत राय नाथ इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं। वह बस इतना ही कहते हैं कि जल्दी ही बैठक की जाएगी, लेकिन दफ्तर में चल रही तैयारियों से स्पष्ट है कि बैठक अगले सप्ताह ही किए जाने की योजना है। पहले एफएंडसीसी की बैठक होगी और उसके उपरांत जनरल हाउस की बैठक की जाएगी। गौरतलब है कि मौजूदा नगर निगम हाउस की मार्च माह में समय अवधि समाप्त होने जा रही है। मौजूदा हाउस द्वारा निगम चुनाव के मद्देनजर अधिक से अधिक विकास कार्यो के प्रस्ताव पारित करवाए जाने की योजना है, ताकि चुनाव में इन्हें भुनाया जा सके। जनता में विकास कार्यो के पारित प्रस्तावों के आधार पर वोट हासिल किए जा सकें। एलईडी प्रोजेक्ट के वर्क आर्डर जारी करने पर लगेगी मुहर
अगले सप्ताह के अंत तक यह दोनों ही बैठकें करने की योजना है। लेकिन पहले एफएंडीसीसी की बैठक होगी। जिसमें निगम के वर्षो से लटक रहे करीब साढ़े 14 करोड़ रुपये की लागत के शहर के परंपरागत स्ट्रीट लाइट सिस्टम को एलईडी में तब्दील करने का प्रोजेक्ट प्रमुख है। इस प्रस्ताव के वर्क आर्डर को हरी झंडी जारी करना तय ही माना जा रहा है। इसके अलावा सड़कों-गलियों के निर्माण कार्यो के वर्क आर्डर जारी करने पर कमेटी की मुहर लगेगी। विभिन्न शाखाएं मेयर कार्यालय को ऐसी फाइलें भेज रही हैं। 25 में से पांच प्रस्ताव ही हो पाए थे पारित
एफएंडसीसी के तुरंत बाद ही जनरल हाउस की बैठक होगी। जिसमें बीती 13 सितंबर को हुई विवादस्पद बैठक में पेंडिग रह गए सभी प्रस्तावों को पारित करवाए जाने की योजना है। इस बैठक में कुल 25 प्रस्ताव रखे गए थे। लेकिन बहुगिनती में होने के कारण कांग्रेस के पार्षद मात्र पांच प्रस्ताव ही पारित करने की बात कह कर बैठक से चले गए थे और बाद में मेयर बलवंत राय नाथ के खिलाफ अविश्वास संबंधी डीसी सहित अन्य अधिकारियों को पत्र दे दिया था। उस बैठक के 20 प्रस्ताव पेंडिग हैं। अधिकतर प्रस्ताव नगर निगम के कर्मचारियों की पदोन्नतियों, तरस के आधार पर नौकरी देने, ठेका आधारित कर्मचारियों के कांट्रैक्ट को आगे बढ़ाने के हैं। इन प्रस्तावों को पेंडिग छोड़ दिए जाने पर निगम के विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों की ओर से कांग्रेस के पार्षदों के खिलाफ कड़ा एतराज भी जताया था। इसी तरह इन पेंडिग प्रस्तावों में नक्शा फीस बढ़ाने, गोशालाओं को डाइट मनी जारी करने, रेलवे से सर्विस चार्जेज वसूलने जैसे कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी हैं। इन पेंडिग प्रस्तावों के साथ ही विकास कार्यों के नए प्रस्ताव भी शामिल किए जा रहे हैं। संबंधित सभी निगम अधिकारियों से विकास कार्यों की फाइलें मांगी जा रही हैं।