सफाई न होने से गड़बड़ाया सीएम के पैतृक गांव का सीवरेज सिस्टम
सीवरेज पाइपों में जमी गार तथा गलियों में जमा सीवरेज का गंदा पानी यह तस्वीर है मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के पैतृक गांव महराज की।
जीवन ¨जदल, रामपुरा फूल : सीवरेज पाइपों में जमी गार तथा गलियों में जमा सीवरेज का गंदा पानी यह तस्वीर है मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह के पैतृक गांव महराज की। करीब डेढ़ दशक पहले अपने पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह द्वारा गांव में सीवरेज तो डलवा दिया गया, किन्तु प्रशासन की अनदेखी के चलते गत लंबे समय से सीवरेज की सफाई न होने से गाँव वासियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा। आलम यह है कि राज्य में कैप्टन सरकार के दोबारा सत्ता में आने के दो वर्ष बाद भी गांववासियों को जलभराव की समस्या से मुक्ति नहीं पाई है। सरकार बनने के दो वर्ष बाद 22 जनवरी को मुख्यमंत्री की अपने पैतृक गांव में पहली फेरी को लेकर गाँव के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। दरअसल कैप्टन सरकार द्वारा अपने पिछले कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए ग्रामीण विकास प्रोग्राम के तहत मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह द्वारा 17 दिसंबर 2003 को महराज में सीवरेज विछाने के कार्य का शिलान्यास किया था। कैप्टन सरकार के इस कदम से गांव में सीवरेज तो डाल दिया गया। किंतु प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते गत लंबे समय से सीवरेज की सफाई नहीं हो पाई। इसके चलते सीवरेज की पाईपों में गार जमने से ज्यादातर जगहों पर सीवरेज ओवरफ्लो होकर इसका गंदा पानी गलियों तथा सड़कों पर जमा होने लगा। सीवरेज के गंदे पानी के कारण यहां गाँव में भयानक बीमारियां फैलने का भय बना हुआ है वहीं लंबे समय तक सीवरेज का पानी खड़ा रहने से गांव की ज्यादातर गलियों तथा सड़कों का फर्श टूटने लगा।
दैनिक जागरण की टीम ओर से गांव पहुंचने पर गांव में स्थित गुरुद्वारा फ्लाईयां वाला को जाने वाली गली के बंशिदों ने गली में जमा सीवरेज का पानी दिखाते हुए बताया कि गत कई वर्षों से गली में सीवरेज का पानी जमा रहने से ना सिर्फ उन्हें अपने घरों से निकलने में परेशानी हो रही है बल्कि उनके घरों की नींव भी कमजोर हो रही है। गली निवासी कुल¨वद्र ¨सह, गुरुदेव ¨सह तथा कर्मजीत ¨सह ने बताया कि बिजली मंत्री एवं हलका विधायक हर बार अपनी चुनाव मुहिम की शुरुआत गुरुद्वारा फ्लाईयां वाला में नतमस्तक होकर करते हैं। किन्तु इसके बावजूद गुरुद्वारा साहिब को जाने वाली गली की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ। कुछ ऐसा ही नजारा गाँव के सरकारी अस्पताल के समीप पत्ती कर्मचंद तथा गांव की अन्य गलियों में भी देखने को मिला। पत्ती कर्मचंद की ज्यादातर गलियों का फर्श सीवरेज के पानी से टूट चुका है। पत्ती कर्मचंद निवासी पूर्व पंचायत सदस्य नछत्तर ¨सह तथा गुरप्रीत ¨सह ने कहाकि सीवरेज की पाईपों की चौड़ाई कम होने तथा लंबे समय से उनकी सफाई ना होने के कारण गाँव वासियों को गलियों में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहाकि दोबारा सत्ता में आने के बावजूद कैप्टन अम¨रदर ¨सह द्वारा अपने पैतृक गांव की तरफ विशेष ध्यान न देने का खामियाजा गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।