सिविल अस्पताल की ओपीडी से सर्जन रहे नदारद, चार घंटे मरीज परेशान
सिविल अस्पताल की ओपीडी में कोई सर्जन डाक्टर न होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मनीश जिदल, बठिडा : सिविल अस्पताल की ओपीडी में कोई सर्जन डाक्टर न होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और चार घंटे का इंतजार करने के बाद अंत में दुखी होकर उन्होंने सिविल अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरु की। डॉक्टरों के न होने से और मरीजों की भीड़ के कारण ओपीडी में अव्यवस्था की स्थिति रही। असल में सिविल अस्पताल की ओपीडी में दो सर्जन डाक्टर विरेश्वर चावला और डा. नीलकमल सिंह की ड्यूटी होती है, लेकिन मंगलवार को डाक्टर विरेश्वर चावला के आप्रेशनों का दिन था और वह आप्रेशन थियेटर में होने के कारण ओपीडी में नहीं आ सके और दूसरे डा. नीलकमल छुट्टी पर गए है जिस कारण मरीजों को यह परेशानी झेलनी पड़ी। करीब चार घंटे से अधिक समय तक मरीज डाक्टर रुम के बाहर इंतजार करते रहे परंतु चार घंटे का इंतजार करने के बाद कुछ मरीजों की तबीयत ओर खराब होने लगी और उन्होंने शोर मचाना शुरु कर दिया।
चार घंटे तक मरीज होते रहे परेशान
वहां पर मौजूद मलोट के एक गांव से आई महिला मरीज करनैल कौर ने बताया कि वह सुबह 8 बजे ही सर्जन डाक्टर को दिखाने के लिए आ गई थी परंतु चार घंटे तक बैठे बैठे उसकी तबीयत भी खराब होने लगी हैं। उन्होंने कहाकि वह बस पर आई और उनका 120 रुपये किराया लग गया और वह रोज रोज इतना किराया लगाकर अस्पताल आने में असमर्थ हैं। गांव किली निहाल सिंह वाला से आए अंग्रेज सिंह ने बताया कि वह भी सुबह 8 बजे ही अस्पताल पहुंच गए थे। परंतु यहां आकर देखा कि डाक्टर नहीं हैं और उन्होंने स्टाफ से पूछा तो उन्होंने कहाकि डाक्टर आप्रेशन करने के गए हैं जल्दी ही आ जाएगे परंतु चार घंटे के करीब का समय होने को और डाक्टर अभी तक नहीं आए। संगत मंडी के मेगा सिंह उनका करीब तीन घंटे बैठने के बाद भी नंबर उनका नंबर नहीं आया और वह बिना कुछ खाए-पीए भूखे प्यासे ही सुबह अस्पताल आ गए थे। कई मरीज तो निराश होकर वापिस भी लौट गये परन्तु जो वहां थे उन्होंने डाक्टर न होने के कारण रोष जताते रहे।
इस संबंध में एसएमओ डा. सतीश गोयल ने कहाकि मंगलवार को डाक्टर विरेश्वर चावला की आप्रेशन थियेटर में ड्यूटी होती हैं और दूसरे डॉ. नीलकमल सिंह के छुट्टी पर होने के कारण मरीजों को यह परेशानी हुई।