6 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मिले मुआवजा
संवाद सहयोगी, भुच्चो मंडी भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की जिला स्तरीय मी¨टग गांव चक्क फतेह ¨सह वाला में जिला प्रधान ¨शगारा ¨सह मान की अध्यक्षता में हुई। जिसमें संबोधित करते प्रदेश सीनियर उपप्रधान झंडा ¨सह जेठूके और जिला प्रधान मान ने कहाकि धान की पराली की संभाल करने के प्रबंध करने की बजाय पराली को आग लगाने वाले किसानों को वातावरण प्रदूषित करने के लिए जिम्मेदार बना रहे हैं, जबकि पराली के धुए के साथ
संवाद सहयोगी, भुच्चो मंडी
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की जिला स्तरीय मी¨टग गांव चक्क फतेह ¨सह वाला में जिला प्रधान ¨शगारा ¨सह मान की अध्यक्षता में हुई। प्रदेश सीनियर उपप्रधान झंडा ¨सह जेठूके और जिला प्रधान मान ने कहा कि धान की पराली की संभाल करने के प्रबंध करने की बजाय पराली को आग लगाने वाले किसानों को वातावरण प्रदूषित करने के लिए जिम्मेदार बना रहे हैं, जबकि पराली के धुएं के साथ 8 फीसद प्रदूषण फैलता हैं और 50फीसद प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ सरकारी अधिकारी, वातावरण प्रेमी या ओर लोग कुछ नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि यदि पराली से बनने वाली वस्तुओं की फैक्ट्रियों को लगाया जाए तो यह पराली आग में जलने की बजाए किसानों की आमदन का साधन बने। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक किसानों को 200 रुपये प्रति क्विंटल धान पर बोनस या 6 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब के साथ मुआवजा दिया जाए। मी¨टग दौरान मोठू ¨सह कोटड़ा, दर्शन ¨सह माइसरखाना, जसवीर ¨सह जोगेवाला, बलजीत ¨सह पूहला, पाला ¨सह कोठागुरू, कुलवंत ¨सह राएखाना, मोहन ¨सह चट्ठेवाला के अलावा वर्कर मौजूद थे।