इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी की प्रधानगी में पदम की जीत
बठिडा का पदमजीत सिंह मेहता यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिनिस्टर स्टूडेंट यूनियन इंग्लैंड का पहली बार भारतीय प्रधान बना।
जागरण संवाददाता, बठिडा : बठिडा का होनहार विद्यार्थी पदमजीत सिंह मेहता यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिनिस्टर स्टूडेंट यूनियन इंग्लैंड के पहली बार भारतीय प्रधान बना। पदमजीत के पिता अमरजीत सिंह मेहता बिजनेसमैन व समाजसेवी हैं। पदमजीत के प्रधान बनने के बाद जिले के अधिकारियों के अलावा शहर के लोगों ने पारिवारिक मेंबरों को बधाई देनी शुरू कर दी। इस कारण उनके घर पर बधाई देने के लिए आने वालों का तांता लगा हुआ है।
अमरजीत सिंह ने बताया कि बेटा पदमजीत सिंह 2017 में इंग्लैंड में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए गया था। जहां पर उसने यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट मिनिस्टर में बीबीए मार्केटिग की डिग्री हासिल की। जबकि यूनिवर्सिटी में हर बार वोटों द्वारा प्रधान को चुना जाता है, जिसके नतीजे 21 फरवरी को इंग्लैंड में आए। इसमें पांच उम्मीदवार मैदान में प्रधान पद के चुनाव के लिए उतरे थे। जिस दौरान यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 22500 विद्यार्थियों में से जब वोटिग की गई तो पदमजीत को सबसे ज्यादा वोटें हासिल हुई। जिसके बाद वह पहले ऐसे भारतीय हैं, जो इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी में प्रधान हैं।
उनके पहली बार प्रधान बनने पर बठिडा के डीसी बी श्रीनिवासन व एसएसपी डॉ. नानक सिंह समेत जिले उच्च अधिकारियों व लोगों ने पारिवारिक मेंबरों को बधाई दी। उनका कहना है कि जब भी पदमजीत इंग्लैंड से वापस आएगा तो उसका मान सम्मान किया जाएगा।
अमरजीत सिंह मेहता ने बताया कि पदमजीत ने प्राथमिक शिक्षा शिमला के बिशप कॉटन पब्लिक स्कूल व 12वीं सेंट जेवियर स्कूल बठिडा में की। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह इंग्लैंड चला गया। यहां तक कि वह इंग्लैंड में इंडियन नेशनल स्टूडेंट एसोसिएशन का मौजूदा महासचिव भी है।
उन्होंने बताया कि परमजीत तीन साल तक बॉक्सिग का खिलाड़ी रह चुका है। दूसरी तरफ, पदमजीत सिंह मेहता ने फोन पर बताया कि वह यूनिवर्सिटी के हर काम को पूरी तरह से मेहनत के साथ करेगा।