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सड़कों को जख्म, इंसानों को मौत दे रही ओवरलोड लारी

सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों पर न तो जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाती है, न ही पुलिस प्रशासन इनको रोकने के लिए गंभीर है। जिसके नतीजे के तौर पर ओवरलोड वाहनों के कारण अक्सर ऐसे हादसे होते हैं, जिनके बाद सिर्फ पछतावा ही रह जाता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 12:25 AM (IST)Updated: Mon, 10 Dec 2018 12:25 AM (IST)
सड़कों को जख्म, इंसानों को मौत दे रही ओवरलोड लारी

ओवलोड वाहनों के कारण ग्रामीण लोगों की सुविधाओं के लिए बनाई ¨लक सड़कों की हालत भी हुई खराब

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चित्र- 200 से 208

साहिल गर्ग, ब¨ठडा

सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों पर न तो जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाती है और न ही पुलिस प्रशासन की ओर से। नतीजतन ओवरलोड वाहनों के कारण हादसे हो रहे हैं। दैनिक जागरण की टीम ने ब¨ठडा-चंडीगढ़ रोड पर 35 किलोमीटर तक ओवरलोड वाहनों का सूरत-ए-हाल देखा। नेशनल हाईवे पर भी ओवरलोड वाहन दौड़ रहे थे। इनको रोकने के लिए कहीं पर भी कोई नाका नहीं था और न ही कोई पुलिस मुलाजिम व प्रशासन का अधिकारी तैनात था। ऐसे में यह वाहन चालक बेखौफ होकर अपने वाहनों को सड़कों पर दौड़ाते हुए नजर आए। इसके अलावा इस सफर के दौरान ¨लक सड़कों को भी चेक किया, जहां पर ज्यादातर शैलर थे, लेकिन यहां पर ओर भी खतरनाक मंजर था, शैलरों में माल लेकर जाने वाले ज्यादातर ट्रक तो ओवरलोड ही देखने को मिले, जिसके चलते सड़कों की हालत भी खराब थी और वाहनों को निकलने में जाम लग गया।

यहां पर दिखे ऐसे हालात

ब¨ठडा-चंडीगढ़ फोरलेन पर जाते ही वाहनों के ओवरलोड चलने का सिलसिला देखने को मिला। हाईवे रोड पर कपास की फसल की छट्टियों से भरी ट्राली ओवरलोड होकर चल रही थी, जिसके पीछे चलने वाले वाहन को सामने तो क्या आसपास भी दिखाई नहीं दे रहा था। इसके थोड़ी दूरी पर तूड़ी से भरी ओवरलोड ट्राली हादसों को न्योता दे रही थी।

इसके अलावा भुच्चो ¨लक रोड पर कई शैलर स्थित हैं, जहां पर माल के ओवरलोड ट्रक देखने को मिले। यह सड़क इतनी छोटी थी कि अगर दो ट्रकों को एक साथ गुजरना है तो एक को रुक कर इंतजार करना पड़ता, लेकिन ओवरलोड वाहनों के कारण इन सड़कों की हालत इतनी बुरी हो गई है कि यहां पर वाहन चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल था। इसी प्रकार ¨लक सड़कों में लहरा बेगा रोड, लहरा मोहब्बत रोड, नथाना रोड पर भी यही हालात देखने को मिले। जिनको देखकर लगा कि ग्रामीणों की सुविधाओं को ओवरलोड वाहनों के खत्म कर दिया है। यही नहीं शहर के अंदर कई जगहों पर ओवरलोड वाहनों को चलते हुए देखा गया।

ओवरलोड वाहनों के कारण बिगड़ रही सड़कों की सूरत

वाहनों के ओवरलो¨डग के कारण शहर से देहात तक सड़कों की हालत खस्ता हो रही है। मोटी कमाई के फेर में वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं। जिनकी तरफ परिवहन विभाग भी कोई ध्यान नहीं देता। ऐसे में वाहन मालिक व चालकों के हौसले बुलंद हैं। जबकि मेन हाईवे से गांवों को जोड़ने वाली ¨लक सड़कें ग्रामीण लोगों की सुविधा के लिए बनाई जाती हैं, जिनका ग्रामीण लोगों को कोई फायदा नहीं मिल पाता। हालात यह हो जाते हैं कि वाहनों की ओवरलो¨डग के कारण पांच किलोमीटर सड़क भी दो किलोमीटर टूट चुकी है, जिसके चलते गांवों में आने जाने वाले दो पहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। इस संबंध में गांव लहरा बेगा के अजायब ¨सह ने बताया कि उनके द्वारा कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को बताया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि सड़कों के टूटा होने के कारण लोग अक्सर ही हादसा ग्रस्त होते हैं। वहीं कई बार खराब सड़क टूटी होने की वजह से ट्रक पलट जाते हैं।

इस कारण भी ¨लक सड़कों का होता है इस्तेमाल

ब¨ठडा जिले में ब¨ठडा-चंडीगढ़ रोड़ से लहरा बेगा-भुच्चो मंडी को जोड़ने वाली ¨लक सड़क पर सबसे ज्यादा ओवरलोड वाहन दौड़ते हुए नजर आए, जिसका कारण था कि लहरा बेगा ¨लक सड़क से एक किलोमीटर की दूरी पर टोल प्लाजा है। जहां पर एक ट्रक को पास करने के लिए 400 रुपए से ज्यादा टोल चुकाना पड़ता था। इसी टोल को बचाने के लिए वह ¨लक सड़कों का इस्तेमाल करते हैं, जिसका नुकसान ग्रामीण लोगों को होता है। वहीं इसके कारण अक्सर ही हादसे होते हैं, जिसकी तरफ प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा।

डीसी ने कहा, आरटीए देंगे जानकारी

वाहनों के ओवरलोड चलने को लेकर डीसी ब¨ठडा परनीत ने कहा कि यह उनके साथ संबंधित नहीं है, जिसके बारे में ज्यादातर जानकारी आरटीए ब¨ठडा ही दे सकते हैं। वहीं आरटीएस सचिव उदयदीप ¨सह सिद्धू ने कहा कि उनके द्वारा अक्सर ही जगह जगह पर नाके लगाकर ओवरलोड वाहनों के चालान काटे जाते हैं। जबकि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर हर प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।


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