सीबीएसई में महकी हरियाली, विद्यार्थी करेंगे पौधों की रखवाली
सीबीएसई स्कूलों के बच्चों को पर्यावरण से जोड़ने के लिए वन चाइल्ड वन प्लांट कैंपेन चलाया जाएगा।
संस, बठिडा : पंजाब सरकार की ओर से एक तरफ जहां पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सीबीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पर्यावरण से जोड़ने के लिए वन चाइल्ड, वन प्लांट कैंपेन चलाया जाएगा। इसके तहत बच्चों को स्कूल और घर के आसपास पौधे लगाकर उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस संबंधी गाइडलाइन स्कूलों में जारी कर दी हैं। बोर्ड के अनुसार पर्यावरण के मुद्दे पर विद्यार्थी बढि़या कार्य कर सकते हैं। इसके चलते योजना भी शुरू की जा रही है। इसके अलावा स्कूलों के बच्चों की विभिन्न गतिविधियां भी करवाई जाएंगी और स्कूलों में ईको क्लब भी बनाए जाएंगे। वहीं स्कूलों में हिदायतें जारी कर दी है कि सभी कक्षाओं के विद्यार्थी कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं। स्कूल के अध्यापक भी विद्यार्थियों को पौधों की देखभाल करने के लिए प्रेरित करेंगे। बोर्ड का कहना है कि स्कूल पर्यावरण को लेकर स्टूडेंट्स में जागरूकता फैलाने के लिए अन्य गतिविधियां भी करवा सकते हैं। केंद्र सरकार के जल संरक्षण के लिए शुरू किए जल शक्ति अभियान के तहत स्कूलों को कहा गया है कि वे ईको क्लब अवश्य बनाएं।
पर्यावरण बचाव के लिए क्या किया, बताना होगा
इस संबंधी सभी स्कूलों की ओर से पर्यावरण के बचाव को लेकर चलाई जाने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट भी भेजनी होगी। इसके लिए बोर्ड की वेबसाइट पर दिए लिक पर क्लिक कर रिपोर्ट को अपलोड करना होगा। इस संबंध में बोर्ड की ओर से एप तैयार करवाया जा रहा है। वहीं बोर्ड ईको क्लब और जल संरक्षण को लेकर स्कूलों और टीचर्स के लिए जल्द ही हैंड बुक भी जारी करेगा। हैंड बुक सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। इसमें ईको क्लब और जल संरक्षण को लेकर दिशा-निर्देश रहेंगे। स्कूल प्रमुखों को कहा गया है कि वे हैंड बुक को पढ़ने के बाद स्कूलों में गतिविधियां आयोजित करें।
विभिन्न प्रकार के मुकाबले होंगे
इस संबंध में सीबीएसई स्कूलों के विद्यार्थियों के कई प्रकार के मुकाबले करवाए जाएंगे जैसे कि पोस्टर मेकिग, भाषण, कविता ताकि विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जा सके। इस संबंध में पहले ही बोर्ड ने बोल दिया है कि सभी स्कूलों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां समय समय पर होती रहे। इसके अलावा अध्यापकों द्वारा भी विद्यार्थियों को दूसरे लोगों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।