अब बठिडा में होगा कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का इलाज व डिलीवरी
कोरोना पॉजिटिव आने वाली गर्भवती महिलाओं को अब फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर नहीं किया जाएगा।
नितिन सिगला, बठिडा : कोरोना पॉजिटिव आने वाली गर्भवती महिलाओं को अब फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर नहीं किया जाएगा। उनका इलाज अब सिविल अस्पताल के वूमेन एंड चिल्ड्रन अस्पताल में हो सकेगा। इतना ही कोरोना पॉजिटिव गभर्वती महिलाओं की डिलवरी भी बठिडा हो सकेगी। इसके लिए सेहत विभाग की गाइडलाइन अनुसार वूमेन एंड चिल्ड्रन अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए ऑक्सीजन बेड ( लेवल-2) का विशेष कोरोना केयर वार्ड स्थापित किया गया, वहीं एक अलग से ऑपरेशन थिएटर ( ओटी) भी अलग से बनाया गया हैं। इसके लिए डॉक्टरों की एक टीम के अलावा मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है, जोकि तीन शिफ्टों में काम करेंगे। हालांकि, पहले चरण में 6 बिस्तर वाला यह कोविड केयर वार्ड स्थापित किया गया हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर बेडों की संख्या में विस्तार करने का दावा सेहत विभाग की तरफ से किया जा रहा हैं, ताकि कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। वहीं उन्हें गर्भ व्यवस्था में फरीदकोट मेडिकल कालेज में जाकर अपना इलाज ना करवाना पड़े। इस कोविड वार्ड में केवल सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने वाली गर्भवती महिलाएं ही नहीं बल्कि प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने वाली महिलाएं भी कोरोना पॉजिटिव आने पर भर्ती हो सकती और अपना इलाज करवा सकती हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के चलते पहले कोरोना पॉजिटिव आने वाली गर्भवती महिलाओं को इलाज व डिलवरी के लिए फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर किया जाता था, चूकि बठिडा के सरकारी व प्राइवेट अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए अगल से कोई भी कोविड वार्ड नहीं स्थापिता किया गया था। चूकि इस प्रकार के मरीज के लिए एक अलग से वार्ड बनाने की जरूरत होती है, वहीं इसका स्टाफ अलग चाहिए, जोकि दूसरे मरीजों के संपर्क में ना आ सके, इसलिए बठिडा में इस वार्ड की जरूरत को देखते हुए जिला सेहत विभाग की तरफ से वूमेन एंड चिल्ड्रन अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से एक कोविड वार्ड बनाने का फैसला लिया गया।
एसएमओ डा. सुखजिदर सिंह गिल ने बताया कि अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए 6 बिस्तर वाले विशेष कोविड केयर वार्ड जरूरी सुविधाओं के साथ बनाया गया है, जबकि महिला रोगों के माहिर डॉक्टर (गाइनोकोलॉजिस्ट व एनेस्थीसिया ) की टीमें गठित की गई है, जोकि 24 घंटे शिफ्टों में ड्यूटी करेगी और इमरजेंसी के लिए उचित प्रबंध किए गए हैं। कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला मरीज के लिए आपरेशन व इलाज के उपयोग में लाने के लिए अलग से ओटी तैयार की गई है। डॉक्टरों की टीम द्वारा पीपीई किट पहनकर गर्भवती महिलाओं के इलाज, टैस्ट व अन्य खाने पीने की सामग्री पहुंचाने के प्रबंध किए गए हैं। डिलीवरी के लिए विशेष लेबर रूम और ऑप्रेशन थिएटर तैयार किया गया जहां हर जरूरी समान मौजूद है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में अब तक कोरोना से संक्रमित 7 गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए दाखिल किया गया। इस दौरान रिकवर होने पर नार्मल और सफल आपरेशन से डिलीवरी करवाई गई, पूर्ण तौर पर स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर घर भेजा गया। फिलहाल जरूरतमंदों के लिए कोविड केयर वार्ड गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक साबित हुआ है। दाखिल कोरोना पॉजिटिव 3 महिलाओं की ऑप्रेशन और 4 महिला की नार्मल डिलीवरी हुई है। तीनों पॉजिटिव महिलाओं के नवजात शिशुओं के 24 घंटे के अंतर से दो बार सैंपल लेकर जांच करवाई गई। बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर मां और बच्चों को अलग रखा गया और कोरोना को मात देकर घर वापसी की गई।