रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी की एनजीओ अब महंत गुरबंता दास स्कूल की करेगी मदद
रेडक्रास सोसायटी के बठिडा में चल रहे महंत गुरबंता दास मूक बधीर स्कूल की मदद के लिए अब रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी की एनजीओ आगे आई है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : रेडक्रॉस सोसायटी के बठिडा में चल रहे महंत गुरबंता दास मूक बधिर स्कूल की मदद के लिए अब रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी की एनजीओ आगे आई है। इसके लिए रिटायर्ड एडीजीपी आरपी मीना की तरफ से आरएम वेलफेयर एंड चेरिटेबल ट्रस्ट का गठन किया गया है। इसके पूरे पंजाब में नौ सदस्य हैं, जिसमें उनको शामिल किया गया है जो लोगों की मदद करने के अलावा हर काम में आगे आते हैं। इसी के चलते डीसी बठिडा कम स्कूल के चेयरमैन परनीत की अगुवाई में एनजीओ की ओर से बुधवार को बठिडा के स्कूल में अपना पहला काम शुरू किया गया, जिसके तहत महंत गुरबंता दास स्कूल में मूक बधिर बच्चों के लिए दी जाने वाली सिलाई कढ़ाई व ब्यूटिशियन की ट्रेनिग के लिए सामान मुहैया करवाने के अलावा कमरों में कारपेट भी लगवाए। जिसकी शुरूआत एनजीओ के बठिडा के एग्जीक्यूटिव मेंबर कमलजीत सिंह मेहता ने की। जिनके साथ समाजसेवी रिटायर्ड कर्नल वरिदर कुमार भी शामिल हुए। गौर हो कि रेडक्रॉस की ओर से पंजाब में एकमात्र बठिडा जिले में गूंगे व बहरे बच्चों के लिए स्कूल को चलाया जा रहा है।
1999 से चल रहा है स्कूल
बठिडा का यह स्कूल 1999 से चल रहा है, जिसमें इस समय 169 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं इन बच्चों से पढ़ाई के लिए किसी भी प्रकार का कोई पैसा नहीं लिया जाता। जबकि अब इस स्कूल को बारहवीं तक अपग्रेड कर दिया गया है। जिसके चलते स्कूल में बढ़ने वाले खर्च को देखते हुए एनजीओ ने अपनी तरफ से हर प्रकार का सहयोग देने का भरोसा दिया है। इस दौरान स्कूल प्रिसिपल मनिदर कौर ने बताया कि सिलाई कढ़ाई की ट्रेनिग पांचवीं कक्षा के बाद व ब्यूटिशियन की ट्रेनिग 8वीं कक्षा के बाद वाले विद्यार्थियों को दी जाती है। जिसके चलते इस समय सिलाई कढ़ाई के लिए 88 लड़कियां व ब्यूटिशियन के लिए 30 लड़कियां ट्रेनिग ले रही हैं। यह इसलिए किया जाता है कि ताकि यह बच्चे पढ़ाई के बाद अपना किसी न किसी प्रकार का काम कर सकें।
इस साल 11वीं के बच्चों के लिए चलेगा स्कूल
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल में इस बार सेशन 2019-20 के लिए 11वीं की क्लासें शुरू हो जाएंगी, जिसके चलते इस समय स्कूल में दसवीं में 18 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। इससे पहले यहां से दसवीं करने के बाद बच्चों को आईटीआई में दाखिला लेने के लिए प्रेरित किया जाता है। जबकि हर साल यहां पर 15 से 20 बच्चे दाखिला लेते हैं। जिनको पढ़ाने के लिए यहां पर 25 अध्यापक हैं, जबकि स्कूल का कुल स्टाफ 33 है। इसके अलावा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में से 75 बच्चे यहां पर होस्टल में रहते हैं। दूसरी तरफ बनाई गई एनजीओ में उक्त दोनों सदस्यों के अलावा नरेश गुप्ता गोबिदगढ़, एडवोकेट संजय गोयल पटियाला, एडवोकेट राहुल गुप्ता बरनाला, इकबाल सिंह लुधियाना, हरविदर सिंह भिखी, एडवोकेट नवकरन सिंह पटियाला व दीपक मीना मोहाली को शामिल किया गया है।