युवक के इलाज के लिए किसानों ने किया नेशनल हाईवे जाम, लोग परेशान
बठिडा चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को किसानों ने दूसरे दिन भी भुच्चो मंडी के पास जाम कर दिया।
जासं, बठिडा : बठिडा चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को किसानों ने दूसरे दिन भी भुच्चो मंडी के पास जाम कर दिया। किसान सड़क हादसे में जख्मी हुए युवक के इलाज की मांग कर रहे हैं। वहीं किसानों के धरने के कारण लोगों को दिन भर परेशान होना पड़ा। शनिवार को दीवाली व रविवार को छुट्टी होने के कारण अपने कामकाज के लिए जाने वाले ज्यादातर लोग घरों पर ही रहे। मगर जो लोग सड़कों पर उतरे थे, उनके लिए यह जाम परेशानी भरा रहा। किसानों ने दोपहर 12 बजे से लेकर देर शाम तक सड़क जाम रखी। बठिडा से चंडीगढ़ तक जाने वाले हर रोज हजारों की गिनती में वाहन गुजरते हैं। इस कारण उनको गांवों से घूम कर जाना पड़ा। युवक वीरवार को धरने से वापस लौटते समय सड़क हादसे में जख्मी हो गया था।
धरने की अगुआई कर रहे किसान यूनियन के नेता होशियार सिंह ने बताया कि गांव चक्क राम सिंह वाला का शगनदीप सिंह वीरवार को गांव लहरा बेगा के टोल प्लाजा पर लगाए गए धरने से वापस घर जा रहा था। इस दौरान रास्ते में एक मोटरसाइकिल की चपेट में आने से वह गंभीर जख्मी हो गया। इसके बाद उसको अस्पताल में दाखिल करवाया गया। मगर वहां पर उसके इलाज का काफी खर्च बताया जा रहा है। परिवार की आर्थिक हालत इतनी ठीक नहीं है कि वह उसका इलाज करवा सके। जिसके चलते अब उनके द्वारा प्रशासन से मांग की जा रही है कि युवक का इलाज करवाया जाए। मगर उनकी किसी भी बात को प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते उनको दीवाली वाले दिन सड़क जाम करनी पड़ी। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनके वर्कर का इलाज नहीं करवाया जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
दूसरी तरफ खेतों कानूनों के विरोध में किसानों के चल रहे धरने जिले में उसी प्रकार से जारी रहे। वहीं 26 व 27 नवंबर को दिल्ली में किए जाने वाले प्रदर्शन को लेकर किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इससे पहले उनकी ओर से गांवों में जाकर मार्च निकाले जाएंगे। रेलवे ट्रैक खाली कर देने के बाद गाड़ियां न चलाने पर किसानों ने इसको केंद्र सरकार की साजिश बताया है। इस संबंध में बठिडा में भारतीय किसान यूनियन के राज्य प्रधान जोगिदर सिंह उगराहां ने बताया कि 21 से 23 नवंबर तक गांवों में महिलाओं द्वारा प्रदर्शन किए जाएंगे तो शाम को नौजवान मशाल मार्च निकालेंगे। इसके अलावा 18 नवंबर को धरने देकर मांग पत्र दिए जाएंगे। जिनके द्वारा सरकार से खेती कानूनों को रद्द करवाने को लेकर मांग की जाएगी। इस मौके पर सुखदेव सिंह कोकरी कलां, झंडा सिंह जेठूके, शिगारा सिंह मान, हरिदर कौर बिदू आदि उपस्थित थे।