कपड़ा मार्केट के पास जमीन पर नगर निगम ने की दीवार, दो पक्षों में विवाद
नगर निगम ने पुलिस टीम के साथ मिलकर नजदीक शीतला माता मंदिर के पास कपड़ा मार्केट की तरफ दीवार कर दी।
जासं, बठिडा : श्री महावीर दल सनातन धर्म सभा की जमीन पर अवैध कब्जा रोकने के लिए नगर निगम ने पुलिस टीम के साथ मिलकर 40 फुटी रोड नजदीक शीतला माता मंदिर के पास कपड़ा मार्केट की तरफ एक हिस्से में दीवार कर दी। इस दौरान दुकानदारों ने इस कार्रवाई का विरोध किया और सभा पर राजनीतिक संरक्षण में धक्केशाही करने के आरोप लगाएं।
सभा के पदाधिकारियों ने इन आरोपों को नकारते हुए दावा जताया कि कोर्ट में सभी फैसले उनके हक में हुए है और संबंधित दुकानदार 40 फुट सड़क की तरफ शटर निकालकर अवैध तौर पर कब्जा करना चाहते हैं। इस कब्जे को रोकने के लिए निगम ने दुकानदार को जहां नोटिस जारी किया। वहीं संतोषजनक उत्तर जवाब न मिलने पर शुक्रवार को शटर के आगे दीवार खड़ी की है।
निगम ने 10 साल पहले कपड़ा मार्केट व शीतला माता मंदिर के बीच 40 फुट सड़क निकाली थी। कई दुकानदारों व श्री महावीर दल सनातन धर्म सभा की काफी जमीन इस सड़क के साथ लगती है। इस जमीन का दूसरा हिस्सा साथ लगते आठ फुट सड़क पर खुलता है।
वर्तमान में बीच के हिस्से में बनी दुकानों को पिछले तरफ स्थित 8 फुट सड़क के साथ 40 फुट की तरफ खोलने को लेकर विवाद चल रहा है। इसी दौरान 40 फुट सड़क के एक हिस्से में कुछ दुकानदारों ने दोनों तरफ गेट निकाल लिया, जिसमें दावा जताया गया कि सड़क के साथ उनकी जमीन लगती हैं। वहीं सभा ने उक्त जमीन को अपना बताया। इसे लेकर जिला कोर्ट में करीब 8 साल तक विभिन्न मामलों को लेकर केस भी चले। वहीं महावीर दल सनातन धर्म सभा के सीनियर उपप्रधान एडवोकेट राजन गर्ग ने कहा कि उक्त लोग महावीर दल सभा की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहते हैं। इस बाबत सभा ने कोर्ट में भी अपनी दलील रखी थी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सभा की करोड़ों रुपये की पब्लिक प्रापर्टी पर अवैध तौर पर कब्जा जमाना चाहते हैं इसे किसी भी सूरत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। सभा के साथ मिलकर निगम कर रही धक्केशाही: मेहर सिंह
जमीन के कुछ हिस्से में नगर निगम ने पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को दीवार खींचने का काम शुरू किया तो दुकानदार मेहर सिंह ने आरोप लगाया कि नगर निगम महावीर दल सभा के साथ मिलकर उनके साथ धक्केशाही कर रहा है व उनकी दुकान के सामने दीवार निकाल रहा है।
इससे पहले उनकी चलती दुकान में ताले लगा दिए गए। उनके पास बकायदा नगर निगम द्वारा पारित नक्शे की कॉपी थी लेकिन सभा के पदाधिकारियों ने निगम के साथ मिलीभगत कर दुकान का नक्शा रद्द करवा दिया। वहीं सभा के कुछ लोग उन्हें दुकान 10 लाख रुपये में बेचने के लिए कह रहे हैं जिसमें उन्होंने विरोध जताया। दुकानदार ने कहा कि उक्त स्थान पर जबरदस्ती दीवार बनाई जा रही है जबकि पुलिस के पास किसी भी तरह का प्रशासकीय आर्डर नहीं है।