Move to Jagran APP

बीस दिन में तीसरी बार फेंका गया जेल में मोबाइल व नशीले पदार्थो का पैकेट

नशा पहुंचने के लिए उनके जानकारों ने एक नया रास्ता ढूंढ़ निकाला हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 11:09 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 05:09 AM (IST)
बीस दिन में तीसरी बार फेंका गया जेल में मोबाइल व नशीले पदार्थो का पैकेट
बीस दिन में तीसरी बार फेंका गया जेल में मोबाइल व नशीले पदार्थो का पैकेट

जासं, बठिडा : केंद्रीय जेल बठिडा में बंद कैदियों व हवालातियों तक मोबाइल फोन व नशा पहुंचने के लिए उनके जानकारों ने एक नया रास्ता ढूंढ़ निकाला हैं। जेल में मुलाकात बंद होने के कारण अब न तो कोई कैदी या हवालाती अपने रिश्तेदार से मिल सकता है और न ही उन्हें कोई सामान अंदर पहुंचा सकता हैं। ऐसे में कैदियों तक मोबाइल व नशा पहुंचाने के लिए बाहर से पैकेट बनाकर जेल परिसर के अंदर फेंके जा रहे है, ताकि बंदी खुलने पर उक्त पैकेट कैदी या हवालाती उठा सके। पिछले बीस दिनों में यह तीसरी घटना है, जब जेल के बाहर से अज्ञात लोगों ने मोबाइल फोन, जर्दे व बीडि़यों का पैकेट बनाकर रात के समय में जेल के अंदर फेंका गया है। हर बार यह पैकेट कैदियों तक पहुंचने से पहले ही जेल के सुरक्षा कर्मियों के हाथ लग गया हैं। बीती 19 सितंबर को भी जेल के टावर नंबर तीन के पास से एक लावारिस पैकेट बरामद हुआ, जिसमें चार मोबाइल, सिम कार्ड, हैड फोन, चार्जर, 15 जर्दे की पुड़िया व बीड़ी के बंडल थे। सुरक्षा कर्मियों ने उक्त पैकेट अपने कब्जे में लेकर मामले की शिकायत थाना कैंट पुलिस को दी। पुलिस ने जेल प्रशासन की शिकायत पर अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं, लेकिन पैकेट किसने और किस समय फेंका गया हैं, इसके बारे में कुछ पता नहीं चल सका हैं। थाना कैंट पुलिस को भेजी शिकायत में मलकीत सिंह सहायक सुपरिंटेंडेंट केंद्रीय जेल बठिडा ने बताया कि बीती 19 सितंबर की दोपहर करीब सवा तीन बजे जेल सुरक्षा कर्मी जेल परिसर के अंदर गश्त कर रहे थे। इस दौरान जेल के सुरक्षा कर्मियों ने जेल टावर नंबर तीन के पास से एक लावारिस पैकेट बरामद किया, जिसे उठाकर जेल के अधिकारियों को सौंपा गया। जब जेल अधिकारियों की देखरेख में उक्त पैकेट खोला गया, तो उसमें एक टच स्क्रीन वाला मोबाइल फोन, दो छोटे मोबाइल फोन, एक लावा कंपनी का फोन समेत एयरटेल कंपनी का सिम कार्ड, एक चार्जर, तीन चार्जर लीड, तीन हैडफोन, 15 जर्दे की पुड़ियां व 21 बीड़ियों के बंडल बरामद हुए, जोकि किसी अज्ञात व्यक्ति ने जेल के बाहर से फेंका गया हैं। मामले के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर राजपाल सिंह का कहना है कि जेल प्रशासन की शिकायत पर फिलहाल अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया हैं। यह पैकेट किसने और किन कैदियों के लिए फेंका गया था, इसकी पड़ताल की जा रही हैं। इस पहले भी फेंके जा चुके है पैकेट सितंबर माह के बीस दिनों में यह तीसरी घटना है, जब किसी अज्ञात व्यक्ति की तरफ से जेल के बाहर से मोबाइल व नशे के इन पैकेटों को जेल के अंदर फेंका गया हो। पहले फेंके गए पैकेटों से मोबाइल फोन, जर्दे व बीड़ियां के बंडल भारी मात्रा में बरामद हुए है। उन मामलों में पुलिस ने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है, लेकिन फेंकने वाले का पता अभी तक नहीं चल सका हैं। इसमें बीती सात सितंबर की सुबह करीब सात बजे सीआरपीएफ के की तरफ से जेल परिसर में की जा रही गश्त के दौरान टावर नंबर 3-4 के पास से काले रंग की टेप के साथ पैक कर फेंके दो पैकेट बरामद किए गए थे, जिसमें पांच मोबाइल फोन, एक चार्जर, दो चार्जर की लीड, 24 जर्दे की पुडि़या, 10 बीड़ी के बंडल बरामद हुए हैं। बीती दो सितंबर को जेल परिसर के अंदर एक लावारिस पैकेट बरामद हुआ था। सीआरपीएफ के जवानों ने गश्त के दौरान टावर नंबर तीन और चार के बीच में एक पैकेट बरामद किया था, जिसमें 10 बंडल बीड़ियां, 13 पैकेट जर्दा, एक लैटर, 3 चार्जर लीड, 3 मोबाइल सिम बरामद हुए थे। सुरक्षा कर्मियों की कमी से जूझ रही हैं केंद्रीय जेल बठिडा जेल में सुरक्षा कर्मियों की भारी कमी हैं। जेल के अंदर के बने सात टावरों पर एक भी सुरक्षा कर्मी नहीं है, वहीं जेल की गार्द में भी सुरक्षा कर्मी बहुत कम है। हालांकि, सरकार ने कुछ माह पहले सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की है, लेकिन वह जेल के अंदर के अलावा हाई सिक्योरिटी समेत कुछ चुनिंदा स्थानों पर ही तैनात है, जबकि सीसीटीवी कैमरे भी केवल जेल के अंदर ही हैं। ऐसे में सुरक्षा कर्मियों की कमी व सीसीटीवी कैमरे ना होना का फायदा उठाकर लोग बाहर से सामन अंदर फेंक रहे हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.