भाई निर्मल सिंह के इलाज में कोताही संभव नहीं: वित्तमंत्री
जिले के सिविल एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और ताजा स्थिति का जायजा लिया।
जागरण संवाददाता, बठिडा : राज्य के वित्तमंत्री एवं क्षेत्र के विधायक मनप्रीत सिंह बादल ने रविवार को कर्फ्यू के दौरान लोगों की दिक्कतों पर विचार करने के लिए जिले के सिविल एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और ताजा स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से लोगों से लाइट बंद करने की अपील के सवाल पर टिप्पणी करते हुए मनप्रीत ने कहा कि यह वक्त सियासत करने का नहीं है। हर कोई इस बीमारी को निपटाना चाहता है। मरहूम भाई निर्मल सिंह की वायरल वीडियो पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उनके इलाज में कोई कोताही हुई है। कोई डॉक्टर ऐसा नहीं कर सकता। अभी तक इस बीमारी की दवा ही नहीं इजाद हो सकी है। भाई निर्मल सिंह के संस्कार के लिए शमशानघाट बंद करने के सवाल पर वित्तमंत्री ने कहा कि वह शमशानघाट बिलकुल आबादी में है। शायद इस लिए ही वहां के लोगों को बीमारी फैलने का डर पैदा हो गया था। वित्तमंत्री ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की तरफ से राशन बांटने में भेदभाव करने के लगाए आरोप को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि यह वक्त इंसानियत का है, ना कि सियासत का। उन्हें इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। आज अकाली-कांग्रेसी की नहीं, इंसानियत की चुनौती। हमने भी जान देनी है, वह परमात्मा के आगे क्या जवाब देंगे। लेकिन इसके बावजूद अगर कोई राशन वितरण में भेदभाव कर रहा है, तो उसे ऐसा नहीं करना चाहिए। वित्त मंत्री ने बताया कि 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद के प्रबंध पूरे कर लिए हैं। गेहूं की खरीद के लिए 22 हजार करोड़ रुपये की लिमिट मंजूर हो चुकी है। वित्तमंत्री ने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए जिलों को 150 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की गई है। जबकि अस्पतालों में इक्यूपमेंट खरीदने के लिए अलग से 50 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को पूरा वेतन देगी। बैठक में डीसी, एसएसपी सहित प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद थे।