मोर्चरी में फर्श रिपेयर का काम ठेकेदार ने किया शुरू
शहीद मनी सिंह सरकारी अस्पताल की नई बनाई गई मोर्चरी ठेकेदार द्वारा सौंपने के बाद टूटनी शुरू हो गई थी।
जासं,बठिडा।
शहीद मनी सिंह सरकारी अस्पताल की नई बनाई गई मोर्चरी ठेकेदार द्वारा सौंपने के बाद टूटनी शुरू हो गई थी। दैनिक जागरण में इस संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद सेहत विभाग के अधिकारियों की नींद टूटी और ठेकेदार को बुलाकर टूटे फर्श व दीवारों की रिपेयर का काम शुरू करवा दिया गया है। हालांकि इस लापरवाही के लिए जिम्मेवार ठेकेदार व अधिकारी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। इसके पीछे तकनीकी खामी बताकर आरोपितों को बचाया जा रहा है। गौर है कि मोर्चरी में लगाए गए मार्बल में दरारें पड़ गई हैं और फर्श धंसने लगा है।
सरकारी अस्पताल के नवीनीकरण में 4.38 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसमें से 56.58 लाख की लागत से नई मोर्चरी का निर्माण किया गया था। जिसमे कुछ दिन पहले पूरा सामान शिफ्ट किया गया। मोर्चरी विभाग को हैंडओवर करने के कुछ दिनों बाद फर्श के धंसने और मार्बल टूटने से सवाल उठने लगे हैं। मोर्चरी की नई इमारत में बाडी स्टोरिग यूनिट, पोस्टमार्टम रूम, डाक्टर रूम, विजिटर रूम व जनरल टायलेट बनाया गया है। पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन द्वारा इमारत के निर्माण कार्य का ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया था। उधर, हाल ही में बनाई गई इमरजेंसी वार्डां की दीवारों में सीलन आने लगी है। जबकि सीलन आने के कारण ही इसका निर्माण करवाया गया था। इस मामले को भी एसएमओ ने गंभीरता से लेते हुए संबंधित ठेकेदार को तलब किया और विभाग के उच्चाधिकारियों को इस सारे मामले के बारे में अवगत करवा दिया है।
एसएमओ डा. मनिंदरपाल सिंह का कहना है कि विभाग की ओर से किसी भी निर्माण को सही मापदंडों से करवाया जाता है। हर इमारत को इस हिसाब से तैयार किया जाता है कि वो 50 साल तक रहे। बिल्डिग को सौंपने के बाद जिम्मा संबंधित विभाग का होता है, लेकिन निर्माण कार्य के दौरान उपयोग में लाई जा रही निर्माण समाग्री की चेकिग करने की जिम्मेदारी पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन के अधिकारियों की होती है।