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आयकर विभाग ने ग्रे मैटर्स को ठोकी एक करोड़ की पैनल्टी

आयकर विभाग की ओर से अजीत रोड स्थित ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर में किए गए सर्वे का काम लगभग मुकम्मल हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 07:42 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 07:42 PM (IST)
आयकर विभाग ने ग्रे मैटर्स को ठोकी एक करोड़ की पैनल्टी

सुभाष चंद्र, ब¨ठडा : आयकर विभाग की ओर से अजीत रोड स्थित ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर में किए गए सर्वे का काम लगभग मुकम्मल हो गया है। इस सर्वे के दौरान सेंटर की रिसीट में भारी गड़बड़ी पाई गई है। यह गड़बड़ी सामने आने पर आयकर विभाग ने इस सेंटर पर करीब एक करोड़ रुपये की पैनल्टी की है। इसका शीघ्र ही सेंटर संचालक को पैनल्टी भरने का नोटिस जारी किया जा रहा है। यह पैनल्टी सेंटर को चार किश्तों में 31 मार्च 2019 तक भरनी होगी। ग्रे मैटर्स सेंटर के हिसाब में बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद आयकर विभाग ने शहर के अन्य बड़े आइलेट्स सेंटरों पर भी पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। इस समय कई सेंटर विभाग की राडार पर हैं। जिसके चलते शहर के अन्य आइलेट्स सेंटर संचालकों में भी इतना हड़कंप मचा हुआ है कि उन्होंने अपनी इनकम टैक्स रिटर्न में भी कई गुना आय में वृद्धि दिखानी शुरू कर दी है।

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एक नवंबर को दी थी ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर पर दबिश

आयकर विभाग की टीम ने गड़बड़ी की पुख्ता जानकारी के आधार पर बीती एक नवंबर की सुबह अजीत रोड स्थित ग्रे मैटर्स आइलेट्स सेंटर में अचानक दबिश दी थी। ज्वाइंट कमिश्नर पीके शर्मा की अगुवाई में आयकर विभाग की आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों की टीम ने देर रात के बारह बजे तक सेंटर का पूरा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेकर सर्वे किया था। इस सर्वे के दौरान जहां इस सेंटर में को¨चग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या एवं उनसे वसूल की जाने वाली फीसों की स्टेटमेंट तैयार की थी, वहीं विद्यार्थियों से भी जानकारी हासिल की थी। इसके बाद सेंटर का पूरा रिकॉर्ड कब्जे में लेकर कार्यालय में सर्वे का काम किया जा रहा था। यूं तो इस सेंटर की ऑनर शिखाली नामक महिला है, लेकिन कामकाज एक अन्य व्यक्ति देखते हैं।

विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर पीके शर्मा ने कहा कि विभाग बेवजह किसी को परेशान नहीं करता। ग्रे मैटर्स के जो इनपुट मिले थे, उसी के आधार पर ही सर्वे का काम शुरू किया गया था। सर्वे लगभग पूरा हो चुका है। सेंटर की एक्चुअल रिसीट करीब डेढ़ करोड़ रुपये की पाई गई है। जबकि रिटर्नस में करीब 35 लाख रुपये दिखाई गई है। इसके चलते सेंटर संचालक को 80 लाख से करीब एक करोड़ रुपये तक की पैनल्टी डाली जा रही है। इसे उसे 31 मार्च 2019 तक विभाग को जमा कराना होगा।

शहर के कई आइलेट्स सेंटर

विभाग की राडार पर

ग्रे मैटर्स के सर्वे में गड़बड़ी सामने आने के बाद शहर के कई और आइलेट्स सेंटर भी आयकर विभाग की राडार पर आ गए हैं। विभाग ने कइयों पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। कई सेंटरों की पिछले सालों की रिट‌र्न्स को भी देखा जा रहा है। उधर, ग्रे मैटर्स पर दबिश और गड़बड़ सामने आने के उपरांत अन्य आइलेट्स सेंटर भी सचेत हो गए हैं और उनकी आयकर विभाग की रिट‌र्न्स में रिसीट भी बढ़ गई है। शहर के ही अजीत रोड पर स्थित एक अन्य प्रमुख आइलेट्स सेंटर की रिटर्न में चार गुना की वृद्धि हो गई है। इस सेंटर ने वर्ष 2016-17 की रिटर्न में करीब 16 लाख रुपये की रिटर्न भरी थी। इसी तरह 2017-18 में लगभग 19 लाख रुपये की रिटर्न भरी। लेकिन ग्रे मैटर्स के सर्वे के बाद इस वर्ष वर्ष चार गुना अधिक करीब 79 लाख रुपये की रिटर्न फाइल की गई है।


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