डेरा सिरसा को पार्ट्स सप्लाई करने वाले दुकानदारों से पूछताछ, हाईकोर्ट में आज एसआइटी सौंपेगी जांच रिपोर्ट
मौड़ मंडी चुनाव रैली में हुए बम ब्लास्ट की जांच रिपोर्ट नई एसआइटी शनिवार को हाईकोर्ट को सौंपेंगी।
जागरण संवाददाता, बठिडा : डेरा सिरसा के गुरमीत राम रहीम के समधी व कांग्रेस के पूर्व मंत्री हरमंदर सिंह जस्सी की मौड़ मंडी चुनाव रैली में हुए बम ब्लास्ट की जांच रिपोर्ट नई एसआइटी शनिवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को सौंपेंगी। बम ब्लास्ट 31 जनवरी 2017 को विधानसभा चुनाव के ठीक चार दिन पहले हुआ था। बम ब्लास्ट मामले में अदालत ने एसआइटी को 18 जनवरी तक जांच पूरी कर आरोपितों के खिलाफ चालान पेश करने के आदेश दिए थे। मामले में नामजद तीन डेरा प्रेमी अभी फरार चल रहे है।ं एसआइटी इन्हें वांटेड घोषित कर उन्हें पकड़ने का प्रयास कर रही है।
एसआइटी शुक्रवार को डेरे की वर्कशॉप को व्हीकल के स्पेयर पार्ट्स सप्लाई करने वाले सिरसा के चार दुकानदारों से पूछताछ की है। उक्त चारों दुकानदार बठिडा रेंज के आइजी अरुण कुमार मित्तल के समक्ष पेश हुए। आइजी ने उक्त दुकानदारों से घंटों पूछताछ की। उन्होंने दुकानदारों से वर्कशॉप के इंचार्ज व मुख्य आरोपित गुरतेज सिंह काला वासी आलीका संबंधी भी कई सवाल पूछे, जबकि बीते वीरवार को मारूति कंपनी के मुख्य दफ्तर के इंजीनियरों की एक टीम ने थाना मौड़ पहुंचकर बम धमाके के दौरान इस्तेमाल की गई कार की जांच कर चुकी है। इंजीनियरों ने भी एसआइटी को कार संबंधी जानकारी मुहैया करवाई है। इसे पहले फोरेंसिक लैब के अधिकारियों ने भी बम धमाके में प्रयोग की गई मारूति कार के इंजन के तीन नंबर ट्रेस किए थे। इसके आधार पर यह पता चल सका था कि कार 1992 मॉडल की है।
--------- दिल्ली से काला लेकर आया था कार
मौड़ मंडी में हुए कुकर बम धमाके में इस्तेमाल की गई कार डेरा सिरसा की वर्कशाप का इंचार्ज गुरतेज सिंह काला दिल्ली से लेकर आया था। इस कार को डेरे की उसी वर्कशाप में तैयार किया गया था, जहां पर गुरमीत राम रहीम के बिना किसे को भी जाने की इजाजत नहीं थी। गुरमीत राम रहीम की फिल्म में प्रयोग होने वाली अनोखी कारें व मोटरसाइकिल भी इस वर्कशाप में तैयार हुई थी। दिल्ली से लाई गई यह कार भी उसी वर्कशाप में तैयार की गई थी। कार का रंग पहले लाल था, वर्कशाप में सफेद रंग कर दिया गया था। अवतार सिंह वासी भैंसी माजरा ने कार में आईडी फिट की थी, जबकि अवतार सिंह व अमरीक सिंह भी उसी वर्कशॉप में काम करते थे।
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अदालत में गवाहों ने किया था खुलासा
फरवरी 2017 में बठिडा पुलिस ने इस मामले में गवाहों को तलवंडी साबो की अदालत में पेश किया था। पेश किए गए उक्त लोगों में कृष्ण कुमार निवासी बजौता हरियाणा, सुनील कुमार वासी नादर, हरप्रीत सिंह हैप्पी वासी घुकियवाली हरियाणा व हरमेल सिंह वासी विजय नगर राजस्थान ने अदालत को बताया था कि बम धमाके में प्रयोग की गई कार वर्कशॉप में तैयार की गई थी। बम धमाके में उक्त तीनों आरोपितों का नाम लिया था। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपितों को केस में नामजद कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए थे।
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ब्लास्ट में साल की हुई थी मौत
पूर्व मंत्री हमंदर सिंह जस्सी की चुनावी रैली में उस समय बम ब्लास्ट हुआ था, जब वह रैली को संबोधन करने के लिए पहुंचे थे। इस धमाके में गांव जस्सी बाग वाली के रहने वाले व जस्सी के दफ्तर इंचार्ज हरपाल सिंह पाली, एक भिखारी अशोक कुमार, उसकी बेटी बरखा की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि जपसिमरन सिंह (14) पुत्र खुशदीप सिंह, रिपनदीप सिंह (8) पुत्र काका सिंह, सौरव सिगला (12) पुत्र राकेश कुमार वासी मौड़ मंडी व अंकुश कुमार निवासी मौड़ मंडी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि 23 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मरने वाले तीन बच्चे एक ही गली के रहने वाले थे, जोकि घटनास्थल के पास खेल रहे थे।
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अब तक पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई
--31 जनवरी 2017 को मौड़ मंडी में बम धमाका हुआ।
--फरवरी 2018 को चार गवाहों को तलवंडी साबो अदालत में पेश किए गए, जिन्होंने बम कांड में डेरे की वर्कशॉप में काम करने वाले तीन लोगों के नाम लिए थे।
--अक्टूबर 2018 में तलवंडी साबो की अदालत ने तीनों डेरे प्रेमियों को भगोड़ा करार दिया।
--18 नवंबर 2019 को हाईकोर्ट ने डीआईजी रणवीर सिंह खटड़ा की अगुआई वाली एसआइटी को रद्द करके एडीजीपी ईश्वर सिंह की अगुवाई में नई एसआइटी का गठन किया। हाईकोर्ट ने जांच के लिए तीन माह में पूरी करने के आदेश दिए।
18 जनवरी 2020 को नई एसआइटी हाईकोर्ट जांच रिपोर्ट सौंपेगी।